
Dhanbad: सेल की चासनाला कोलियरी में प्रथम पाली में चाल गिरने से तीन ठेका मजदूर उसमें दब गये. तीनों ठेका मजदूर की हालत गंभीर है. तीनों का इलाज धनबाद के सेंट्रल हॉस्पिटल में चल रहा है.
इस संबंध में कुछ प्रत्क्षदर्शी मजदूरों ने बताया कि वे लोग काम करने के लिए अंदर गये ही थे. इसी दौरान एक चाल धंस गयी और उसमें तीन मजदूर दब गये. घायल मजदूरों की पहचान 50 वर्षीय नाशिर अहमद, 48 वर्षीय इरशाद और 45 वर्षीय शागिर के रूप में की गयी है.

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सुरक्षा को लेकर उठते रहते हैं सवाल
सेल की चासनाला कोलियरी के मजदूर पहले भी सुरक्षा को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. 27 दिसंबर को चासनाला में शहीद मजदूरों को श्रद्धांजलि देने के दौरान आये असंगठित क्षेत्र के मजदूरों ने कहा था कि इस कोलियरी में आज भी सुरक्षा नियमों को ताक पर रखकर कोयला का खनन किया जा रहा है.
उन्होंने बताया था कि मजदूर अपनी जान जोखिम में डालकर इस कोलियरी में कोयला का उत्खनन करते हैं. लेकिन प्रबंधन उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठा रहा है.
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साल 1975 में 375 मजदूरों की गयी थी जान
चासनाला की यह वही कोलियरी है, जिसमें 27 दिसंबर 1975 को सुरक्षा में हुई भारी लापरवाही के कारण 375 मजदूरों की मौत हो गयी थी. इस खान दुर्घटना को दुनिया की सबसे बड़ी खान दुर्घटनाओं में एक माना जाता है. लेकिन सेल प्रबंधन ने इस घटना से भी कोई सबक नहीं लिया है.

यहां के मजदूर अक्सर कहते रहे हैं कि सुरक्षा नियमों को ताक पर खनन का काम किया जा रहा है. उनका यहां तक कहना है कि इस कोलियरी में कभी भी 1975 वाली घटना की पुनरावृत्ति हो सकती है. इसके बावजूद सुरक्षा को लेकर सेल प्रबंधन का रवैया उदासीन ही रहता है.