
Dhanbad : धनबाद के झरिया विधानसभा क्षेत्र के एकमात्र उपस्वास्थ्य केंद्र चासनाला में जब गुरुवार की रात एक घायल महिला को इलाज के लिए ले जाया गया, तो वहां न तो डॉक्टर थे, न नर्स और न कोई स्वास्थ्यकर्मी. वहां था, तो सिर्फ कुत्तों का झुंड. इसे लेकर स्थानीय समाजसेवी ममता सिंह ने शुक्रवार को समर्थकों के साथ उपस्वास्थ्य केंद्र में हंगामा किया.
उन्होंने कहा कि रात में महिला सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गयी थी. जब घायल महिला को इलाज के लिए उपस्वास्थ्य केंद्र लाया गया, तो वहां कोई भी नहीं था. विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि रात तो छोड़िये, यहां दिन में भी डॉक्टर नहीं रहते हैं. अगर कोई पेशेंट उपस्वास्थ्य केंद्र पहुंचता है, तो उसे बिना इलाज किये ही धनबाद पीएमसीएच रेफर कर दिया जाता है. यही आरोप लगाते हुए ममता सिंह ने कहा कि अस्पताल में पैसे लिये बिना कोई काम ही नहीं होता है.
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ममता सिंह ने कहा कि रात में जिस डॉक्टर की ड्यूटी थी, लेकिन नदारत थे, उन्हें तत्काल सस्पेंड किया जाये. उन्होंने बताया कि गुरुवार रात मुंडा बस्ती की एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गयी थी. मरीज उपस्वास्थ्य केंद्र में कई घंटों तक पड़ी रही, लेकिन कोई देखनेवाला नहीं था. बाद में कहीं से एक लड़का आया और हल्का-फुल्का ट्रीटमेंट करके उसको पीएमसीएच रेफर किया गया. ममता सिंह ने कहा कि ऐसे में अस्पताल रहने का क्या मतलब है, इसलिए हम धनबाद सिविल सर्जन, जिला प्रशासन से मांग करते हैं कि इसकी जांच की जाये और डॉक्टर को सस्पेंड किया जाये.
हंगामे की सूचना पर स्थानीय पाथरडीह थाना पुलिस चासनाला स्वास्थ्य केंद्र पहुंची और लोगों को शांत कराया. वहीं चिकित्सा प्रभारी पूनम कुमारी ने बताया कि रात में डॉ चौधरी की ड्यूटी थी, लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ गयी और वह चले गये. इसके अलावा प्रभारी कुछ भी बोलने से इनकार करती रहीं.
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