
Ranjit Kumar Singh
Dhanbad : कोरोना की वजह से अर्थव्यवस्था डांवाडोल हो गयी है. इस महामारी ने व्यवसायियों की कमर ही तोड़कर रख दी है. धनबाद में भी कई व्यवसायियों के व्यापार लगभग बंद हो गये हैं.
डेकोरेटर्स भी इससे अछूते नहीं हैं. क्योंकि कोरोना संक्रमण की वजह से शादी और अन्य समारोह नहीं हो पा रही है. जिससे डेकोरेटर्स इससे खासे प्रभावित हुए हैं.


धनबाद में डेकोरेटर एसोसिएशन के 1500 मेंबर्स को लॉकडाउन की वजह से लगभग 500 करोड़ का नुकसान हुआ है.




एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह की मानें तो डेकोरेटर के 1500 सदस्यों का लगभग एक लाख परिवार और लगभग एक लाख वर्कर इस कोरोना वायरस के कारण भुखमरी की कगार पर आ गये हैं.
यही नहीं, हमलोगों के समक्ष दूसरा कोई वैकल्पिक रास्ता भी नहीं है.
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अप्रैल, मई और जून माह में हो जाती है साल भर की कमाई
उन्होंने कहा कि हर साल अप्रैल, मई और जून महीने में ही पूरे साल की कमाई होती है. इसके बाद लगन नहीं रहता है.
इसी 3 महीने की कमाई से लेबर पेमेंट, गाड़ी भाड़ा, गोदाम भाड़ा, बिजली बिल, बैंक का इंट्रेस्ट, घर खर्चा और बच्चे की स्कूल फीस देनी होती है.
डेकोरेटर का बिजनेस ठप होने से ये लोग भी इसकी चपेट में आते हैं. नन टेक्नीशियन लाखों लेबर जो कहीं नहीं काम कर सकता है, वह डेकोरेटर वालों के पास काम करता है. इसके अलावा कुक, लाइट, फूल, बैंड बाजा और कलाकार भी डेकोरेटर पर ही निर्भर रहते हैं.
बिना इटरेस्ट बैंक से मिले लोन
जिलाध्यक्ष प्रदीप सिंह ने यह भी कहा कि डेकोरेटर एसोसिएशन हमेशा जिला प्रशासन, राज्य सरकार और समाज के हितों के लिए भी काम करता है.
इसलिए केंद्र और राज्य सरकार से डेकोरेटर एसोसिएशन की मांग है कि परिवार और रोजगार चलाने के लिए बिना इंटरेस्ट के बैंक से लोन दी जाये.
ताकि 1500 डेकोरेटर सदस्यों के परिवारों का भरण-पोषण हो सके और रोजगार में आने वाली कठिनाइयां दूर हो सकें.
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