
Vikash pandey
Dhanbad : लोगों को स्वस्थ रखने के लिए शहर को स्वच्छ रखना धनबाद नगर निगम का मुख्य काम है. लेकिन निगम ने अपनी लगभग 3 एकड़ जमीन बीमारी की खेती के लिए लीज पर दे दी है. रोज यहां से कई क्विंटल गोभी, मूली, कद्दू, मिर्च, बैगन आदि सब्जियां हीरापुर, कोर्ट मोड़, मनईटांड आदि जगह पर बेचे जाते हैं. जिसे औसतन शहर के 4-5 हजार लोग रोज खरीद कर खा रहे हैं. जिससे वे अनचाही कई बीमारियों को अनजाने में मोल ले रहे हैं. जिससे स्वच्छ धनबाद, स्वस्थ धनबाद का सपना टूटता नजर आ रहा है.
प्रोफेसर कॉलोनी, हीरापुर में नगर निगम ने खुद अपनी 3 एकड़ जमीन सब्जी की खेती के लिये लीज पर दे रखी है. यहां दुल्हन प्रसाद नाम का व्यक्ति सब्जी उगाता है. लेकिन खेतों में पानी की कोई व्यवस्था नहीं है.

कैसे क्या हो रहा है


खेत में सब्जियों में पानी देने के लिये कोई बोरिंग या कुआं नहीं है. इस वजह से सब्जी उगाने वाले ने बागान में आसपास के इलाकों से बहकर आनेवाली नालियों के पानी को मुख खेत की ओर मोड़ दिया है. नालियों के गंदे पानी से ही यहां सब्जियां उगायी जाती हैं. गौरतलब है कि नालियों के गंदे पानी से उगी सब्जी खाने वालों को कई बीमारियां हो सकती है. इसके अलावा नालियों के गंदे पानी के जमाने से डेंगू, मलेरिया जैसे बीमारियों को भी आमंत्रण मिल रहा है.
लोगों के स्वास्थ्य से हो रहे खिलवाड़ का जिम्मेदार कौन?
स्वास्थ्य धनबाद स्वच्छ धनबाद बनाने का जिम्मा जिसे है, जब वह धनबाद नगर निगम ही 30 हजार रुपये की लीज देकर हजारों के स्वस्थ के प्रति सजग नहीं है. तो फिर कौन होगा. ऐसे में सवाल है कि जब आपने खेती के लिए जमीन लीज पर दी हुई है तो उसके पानी की व्यवस्था क्यों नहीं की. इन सब्जियों को अनजाने में खानेवाले लोगों के बीमार होने पर जिम्मेदारी किसकी होगी. क्या नगर निगम को सिर्फ जमीन से प्राप्त होने वाले किराये से मतलब होना चाहिए, उस पर किये जा रहे कार्य और उसके तरीके से नहीं. मुहल्ले के लोगों ने कहा है कि निगम को इसकी जांच करनी चाहिए कि नालियों के गंदे पानी से उगाई जानेवाली सब्जियां स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है या नहीं. वहीं, नालियों का पानी जमा करने से होनेवाली बीमारी से बचाव का भी उपाय करना चाहिए.
क्या कहते हैं डॉक्टर
एशियन जालान अस्पताल के मेडिसीन कंसल्टेंट डॉ इंद्र प्रसाद ने कहा कि नाली के पानी से उपजायी गयी सब्जी या कोई अन्य फसल स्वास्थ्य के लिए बहुत ही खतरनाक है. नाली के पानी में अनेक तरह का केमिकल और इंडस्ट्रियल वेस्ट होता है. इसलिए इससे उगायी सब्जी पेट की बीमारी, लूज मोशन, टायफायड, हार्ट की बीमारी, चर्म रोग, खुजली, पीलिया, किडनी आदि की बीमारी का कारण बन सकता है. नाली का पानी जमाकर रखने से इससे डेंगू, मलेरिया आदि बीमारी हो सकती हैं.