
Dhanbad: बीजेपी के पूर्व नेता और सांसद कीर्ति आजाद को धनबाद से टिकट मिलने की आशंकाओं के बीच विरोध भी शुरू हो गया है.

ज्ञात हो कि महागठबंधन में धनबाद की सीट कांग्रेस के खाते में आयी है. और चर्चा है कि कांग्रेस इस सीट से कीर्ति आजाद को प्रत्याशी बनाने के मूड में है.

इस बात का धनबाद के अल्पसंख्यक समाज के लोग विरोध कर रहे हैं. अल्पसंख्यक समुदाय से जुड़े लोगों का कहना है कि बिहार में हुए भागलपुर दंगों के समय मुख्यमंत्री रहे भागवत झा आजाद के पुत्र कीर्ति आजाद को धनबाद से लोकसभा प्रत्याशी बनाया जाना, राज्य के मुस्लिमों को कतई स्वीकार नहीं है.
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भागलपुर दंगों से जोड़ विरोध शुरू
शहर के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर धनबाद अल्पसंख्यक समाज ने कहा कि लोकसभा चुनाव के वक्त कांग्रेस पार्टी ने मुसलमानों को ठगा है.
जिस भागलपुर दंगे के दौरान हजारों की संख्या में मुसलमान मारे गये थे, उस दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री भागवत झा आजाद चुपचाप नजारा देख रहे थे.
यहां तक की अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की भी कोशिश में लगे थे. इनका कहना है कि जो आरोप इन पर है, ठीक वैसा ही आरोप 2002 के दंगों के दौरान नरेंद्र मोदी पर लगे थे.
आज उन्हीं के पुत्र कीर्ति आजाद को धनबाद से लोकसभा उम्मीदवार बनाने की बात सामने आ रही है. जिसका समाज के लोग पूरजोर तरीके से विरोध करते हैं.
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मुस्लिम विरोधी उम्मीदवार को टिकट देना स्वीकार नहीं
महागठबंधन के तहत किसी भी सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार नहीं दिए जाने की बात करते हुए कहा कि सेकुलरिज्म को मजबूत करने के लिए ही राज्य के मुसलमान ने इसको स्वीकार किया है.
लेकिन अगर किसी ऐसे व्यक्ति को जिनका बचपन मुसलमान विरोधी नजरिया से गुजरा हो और जिन्होंने अपनी पूरी राजनीति हिंदू-मुसलमान को लड़ा कर की हो, ऐसे उम्मीदवार को मुस्लिम समाज कभी भी महागठबंधन का उम्मीदवार स्वीकार नहीं करेगा.
अगर ऐसा होता है तो मुस्लिम समाज इसका खुलकर विरोध करेगा. और जो भी मुसलमान उम्मीदवार यहां से खड़ा होगा, उसे ही वे वोट देंगे.
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