
- 18 हजार 688 गांवों का रखा गया था लक्ष्य, अब मार्च 2020 तक है समय
- 12 वीं योजना के तहत पूरा हुआ 10 हजार 580 गांवों का विद्युतीकरण
Ranchi: राज्य के लगभग तीन हजार 207 गांवों का पूर्ण विद्युतीकरण होना अब भी बाकी है. ये वो गांव हैं जहां बिजली की आधारभूत संरचनाएं हैं लेकिन किसी कारणवश बिजली चालू नहीं की जा सकी है.
कुछ ऐसे भी गांव हैं जहां आधारभूत संरचनाओं को पहुंचाना मुश्किल है. हालांकि सरकार की ओर से यही कहा जाता रहा है कि राज्य के गांवों का पूर्ण रूप से विद्युतीकरण हो चुका है.


दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना ( डीडीयूजीजेवाइ ) के तहत इन गांवों का विद्युतीकरण किया जाना है. योजना केंद्र की ओर से 2017 में लागू की गयी. जिसके लिए 18 हजार 688 गांवों का लक्ष्य रखा गया. इनमें से 15 हजार 841 गांवों में बिजली पहुंची.


लगभग तीन हजार 207 गांव ऐसे हैं, जिनका विद्युतीकरण किया जाना है. हालांकि इन गांवों में अब बिजली के लिए आधारभूत सरंचनाएं हैं. 2014 के पहले राज्य में कुल 279 ऐसे गांव थे, जहां बिजली की बिल्कुल भी पहुंच नहीं थी.
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2014 के पहले 10 हजार 580 गांवों में कुछ विद्युतीकरण बाकी था
सरकारी रिकॉर्ड की मानें तो राज्य के 10 हजार 580 गांवों का विद्यतीकरण 2014 के पहले किया गया था. इनमें से कुछ गांव ऐसे थे जिनमें 2014 के पहले आधारभूत संरचनाएं लगायी गयीं, लेकिन बिजली आपूर्ति 2014 के बाद शुरू की गयी.
ये कार्य 12 वीं योजना के तहत किये गये. 12 वीं योजना के तहत राज्य में विद्युतीकरण संबधित कार्य समाप्त हो चुके हैं. वित्तीय काम बचे हैं, जिसके लिए सरकार के पास दिसंबर तक का समय है.
वहीं प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना या सौभाग्य योजना के तहत लगभग तीन हजार गांवों में बिजली पहुंचायी गयी. फिलहाल सौभाग्य योजना की गति राज्य में धीमी पड़ गयी है.
पिछले ढाई माह में मात्र 26 हजार ग्रामीण घरों में ही बिजली पहुंचायी गयी. केंद्र सरकार की ओर से इस योजना के लिए राज्य सरकार को दिसंबर तक का समय दिया गया है.
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डीडीयूजीजेवाइ के तहत छह लाख 46 हजार 730 घरों को बिजली
दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना ( डीडीयूजीजेवाइ ) के तहत अब तक बीपीएल में 3 लाख 17 हजार 394 और एपीएल में 3 लाख 29 हजार 336 घरों का विद्युतीकरण हुआ. हालांकि 2017 में योजना के लागू होते सरकार के पास 17 ग्रामीण घरों के विद्युतीकरण का टारगेट दिया गया.
ऐसे में अब भी दस लाख 53 हजार 270 घरों में बिजली पहुंचायी जानी है. जेबीवीएनएल के अनुसार अब दो लाख टारगेट और बढ़ने की संभावना है.
जेबीवीएनएल की ओर से बताया गया कि कुछ ग्रामीण घरों में लोग बिजली लेना नहीं चाहते तो वहीं कुछ जगहों में स्थानीय पहुंच और क्षेत्रीय समस्याएं हैं. जिसके कारण ये स्थिति बनी है.
सौभाग्य योजना के तहत बीपीएल से 2 लाख 71 हजार 670 और एपीएल में 95 हजार 340 घरों का विद्युतीकरण किया गया.
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