
Deoghar: सूबे के कृषि मंत्री सह जरमुंडी विधायक बादल पत्रलेख आज भी कई युवाओं के प्रेरणा स्रोत हैं. कृषि मंत्री के सेवा कार्य से प्रेरित होकर कई युवा सेवा कार्य के लिए निकल पड़े हैं. ऐसे ही एक युवा हैं जरमुंडी प्रखंड के रायकनारी पंचायत के मारीकडीह गांव निवासी युवा मदन मंडल. मदन बताते हैं कि तबीयत खराब रहने के कारण असमय उनके पिता की मृत्यु हो गई. गत वर्ष बीमारी के समय रिम्स,रांची में अपने पिता को कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के सहयोग से ईलाज के लिए भर्ती कराया था. कृषि मंत्री ने उनके पिता को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया. लेकिन वह अपने पिता को नहीं बचा सके. इस दौरान वह कृषि मंत्री बादल के संपर्क में आए. उस दौरान दिनभर कृषि मंत्री को जरूरमंदों की सेवा में काम करते देखा जिससे उन्हें भी जरूरतमंदों की सेवा करने की प्रेरणा मिली और वह इस काम में जुट गए. इससे न सिर्फ उनका गम कम हुआ बल्कि उनका ध्यान भी उस घटना से बंट गया.
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इसके बाद मदन मंडल कृषि मंत्री के संपर्क में रहकर जनसेवा के लिए निकल पड़ा. लोगों की समस्याओं को सुनना और उसका आवेदन खुद लिखकर उस समस्या का हल होने तक सेवा में लगा रहना उसके दिनचर्या का हिस्सा बन गया है. मदन मंडल कहते हैं कि आज के भौतिकवादी दौर में प्रचार प्रसार से दूर इस नेक काम में उदय साव उनकी हर संभव मदद करते हैं. जब लोगों का काम कराने में परेशानी होने लगती है तो सूबे के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख से संपर्क कर उसे हल करने का प्रयास करते हैं.
कृषि मंत्री बादल ने भी सराहा
मदन के निःस्वार्थ सेवा कार्य का सम्मान करते हुए कृषि मंत्री बादल ने भी उसकी प्रशंसा की है. सोमवार को भी मदन एक महिला का अंबेडकर आवास मांगने वाली रायकनारी पंचायत के बांधीयाडीह गांव की एक महिला मनती देवी के घर के दरवाजे पर जाकर मदन
खुद उसकी समस्या निदान के लिए आवेदन लिखता हुआ इस संवाददाता को नजर आया और उनसे इस संवाददाता की बातचीत कर सेवाभाव के बारे में एक गुमनाम युवा की जानकारी मिली.