
Srinagar: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी ने प्रशासन से कहा है कि उनकी मां को ऐसी जगह पर रखा जाए जो घाटी की हाड़ कंपाने वाली सर्दी के लिहाज से उपयुक्त हो.
अगर मेरी मां को कुछ भी होता है तो केंद्र इसका जिम्मेदार
गौरतलब है कि पीडीपी अध्यक्ष महबूबा बीते तीन महीने से यहां के एक अतिथि गृह में हिरासत में हैं. इल्तिजा मुफ्ती ने श्रीनगर के उपायुक्त को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने कहा है कि महबूबा को कुछ भी होता है तो इसका जिम्मेदार केंद्र होगा.


I’ve repeatedly raised concerns about the well being of my mother. I wrote to DC Srinagar a month ago to shift her someplace equipped for the harsh winter. If anything happens to her, the Indian government will be responsible
https://t.co/bgJwi0fHxl— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 5, 2019




उन्होंने मंगलवार को अपनी मां के ट्विटर हैंडल के जरिए ट्वीट किया कि मां के हालचाल के बारे में मैंने लगातार चिंता जतायी है. मैंने श्रीनगर के उपायुक्त को एक महीने पहले पत्र लिखकर उन्हें किसी ऐसे स्थान पर भेजने को कहा था जो सर्दियों के लिहाज से उपयुक्त हो. उन्हें कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदार भारत सरकार होगी.
उपायुक्त को पत्र में क्या लिखा इल्तिजा ने
इसके साथ ही उन्होंने उपायुक्त को भेजे हस्तलिखित पत्र की तस्वीर भी साझा की. इसमें इल्तिजा ने लिखा है कि जैसा कि आप जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री, मेरी मां महबूबा मुफ्ती पांच अगस्त से हिरासत में हैं.
उनकी तबियत ठीक नहीं है. इसलिए एक चिकित्सक ने हाल में उनकी कई जांच कीं जिनमें पता चला कि उनका विटामिन डी का स्तर, हीमोग्लोबिन और कैल्शियम का स्तर बहुत कम है.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) November 5, 2019
उन्होंने कहा कि महबूबा मुफ्ती को ऐसे स्थान पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए जो यहां की सर्दियों के लिहाज से उपयुक्त हो. इल्तिजा ने लिखा कि फिलहाल उन्हें जहां रखा गया है, वह कश्मीर के सर्द मौसम के लिहाज से उपयुक्त नहीं है.
इन बातों को ध्यान में रखते हुए मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि उन्हें अधिक उपयुक्त स्थान पर भेजा जाए. मैं उम्मीद करती हूं कि आप इस समस्या पर तत्काल ध्यान देंगे. गौरतलब है कि महबूबा, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला पांच अगस्त से श्रीनगर में हिरासत में हैं.