Ranchi : लातेहार के इलाकों में कभी गोलियों की गूंज रहती थी. दो जून की रोटी की तलाश और कैरियर बनाने की चिंता में भी लोग पलायन करते रहे, हालांकि हाल के समय में इसमें कुछ बेहतर बदलाव भी आये हैं. खासकर ऐसे युवाओं के हौसलों को पंख मिलने लगे हैं जो कलेक्टर, साहब बनने का अरमान सजोये रखे हैं.
उनके पंखों में जान डालने की मुहिम को तेज करने में जिला प्रशासन सामने आया है. यही कारण भी है कि कारतूस की जगह कलम थामने वालों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है.
डीसी अबू इमरान की पहल पर जिला मुख्यालय में दो निःशुल्क इंटीग्रेटेड कोचिंग क्लास की शुरूआत हुई है. खुद डीसी क्लास रुम में मौके पर जाकर स्टूडेंट्स को अफसर बनने का गुर सीखा रहे हैं.
कुछ सालों पहले तक सिविल सेवा परीक्षा, बैंकिंग, रेलवे वगैरह में बेहतर कैरियर बनाने की चाह रखने वाले छात्रों के लिये अब अपने ही जिले में आगे बढ़ने की राह खुलती दिख रही है.
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दिया जा रहा परीक्षाओं में सफलता का मंत्र
न्यूज विंग से बातचीत में अबू इमरान बताते हैं कि जिले में अगर और कुछ समय पहले इंटीग्रेटेड कोचिंग क्लास की पहल हो गयी होती तो अभी जेपीएससी और अन्य सिविल सेवा परीक्षाओं के लिये स्टूडेंट्स को और समय मिलता. अभी तमाम व्यस्तताओं के बाद अगर संभव होता है तो व्यक्तिगत रुचि पर सेंटर जा रहे हैं.
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, आधुनिक भारत का इतिहास, क्रिमिनल लॉ, सोशियोलॉजी, साइकोलॉजी, पॉलिटिकल साइंस जैसे विषयों के महत्वपूर्ण बिंदुओं के बारे में बताने का प्रयास होता है. पर्सनालिटी डेवलपमेंट भी एक अहम टॉपिक है.
तैयारियों में चैलेंज के मसले पर अबू कहते हैं कि स्टूडेंट्स में आत्मविश्वास की कमी है. इसे बढ़ाने की कोशिश हो रही. इसके अलावा अलग अलग टॉपिकों के लिये वाजिब किताबों का चयन, उसे पढ़ने का तरीका और दूसरे बिंदुओं के बारे में भी बताया जाता है.
किताबों, कोचिंग और दूसरे संसाधनों की कमी थी, अब इसे ठीक करने में भी पहल हो रही है. अगर विद्यार्थियों की लय लगातार बनी रही तो आने वाली परीक्षाओं में यहां के कई स्टूडेंट्स अपनी चमक बिखेरेंगे.
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सिटी लाइब्रेरी का भी लाभ
जिला प्रशासन द्वारा शुरू कराये गये इंटीग्रेटेड कोचिंग सेंटर में प्रोफेशनल टीचर की सेवाएं स्टूडेंट्स को मिलनी शुरू हुई हैं. डीसी के साथ साथ दूसरी सेवाओं से जुड़े कुछ अफसर भी उनकी मदद कर रहे हैं.
सीआरपीएफ कमांडेंट विनोद कनौजिया सेंटर में छात्र-छात्राओं को मोटिवेट कर रहे हैं. अभ्यर्थियों को पर्सनालिटी डेवलपमेंट को लेकर कई टिप्स दे चुके हैं.
इसके अलावा लातेहार एसडीओ कैंपस में बनाए गए सिटी लाइब्रेरी का भी लाभ उन्हें मिलने लगा है जो हाल ही में शुरु किया गया है.
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स्कूली शिक्षा क्वालिटी को भी बेहतर करने की पहल
जिला प्रशासन के निर्देश पर जिले में स्कूली बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन दिये जाने की भी पहल तेज की गयी है. कोरोना काल में स्कूलों के बंद रहने के कारण बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है. ऑनलाइन क्लास चैलेंज है.
ऐसे में उनकी पढ़ाई को बनाये रखने की खातिर शिक्षक गांवों में जाकर बच्चों के बीच समय दे रहे हैं. घर-घर जाकर बच्चों को पढ़ाने की कोशिश हो रही है.
स्कूलों में पेयजल, शौचालय की सुविधा तय करने की दिशा में भी पहल हुई है. 14 वें एवं 15 वें वित्त की राशि से सरकारी विद्यालयों में इसकी व्यवस्था तय किये जाने पर काम हो रहा है. हैंडवास यूनिट भी बनाया जाना है.
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