
Lohardaga: झारखंड राज्य के अलग-अलग जिलों में भाकपा माओवादी बीते कई दिनों से लगातार पोस्टरबाजी हो रही है. पोस्टर चिपकाकर संगठन से जुड़ने की अपील और सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. शनिवार की देर शाम लोहरदगा जिले के सेन्हा थाना क्षेत्र अंतर्गत झखरा और चमड़ू गांव के आस पास बिजली के पोल, सरकारी भवन और लोगो के घर के बाहर भाकपा माओवादी नक्सलियों ने पीएलजीए वर्ष गांठ को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पोस्टरबाजी की है. पोस्टर में जल जंगल का अधिकार, पूंजीवाद, दंडकारणीय में ड्रोन हमले का विरोध और भारतीय सेना और आरएसएस के खिलाफ पोस्टरबाजी की गई है. इस पोस्टरबाजी से भाकपा माओवादी अपना उपस्थिति दर्ज कराई है. पोस्टरबाजी से इलाके में भय का माहौल है.
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आपको बता दें कि माओवादियों ने पलामू जिले में एक दिसंबर की देर रात को पोस्टर चिपकाकर इलाके में सनसनी फैला दिया था. नक्सली पोस्टर चक बाजार इलाके में चिपकाया गया है और कई जगहों पर फेंका भी गया है। पोस्टर में माओवादियों ने लोगों से पीएलजीए में भर्ती होने की अपील की है।माओवादियों ने लिखा कि पीएनजीए में भर्ती होने के लिए लोग स्कूल भवन, पंचायत भवन और आंगनबाड़ी केंद्रों में अपना आवेदन जमा करें। पोस्टर की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और पोस्टर को अपने कब्जे में लेकर इलाके में सर्च अभियान शुरू कर दिया है। पलामू में एक लंबे समय के बाद माओवादियों ने इस तरह के पोस्टर चिपकाए हैं। चक के इलाके में 2015 के बाद से माओवादियों की धमक बंद हो गई थी। चक में सीआरपीएफ और जैप का कैम्प है। जिस जगह पर माओवादियों ने पोस्टर चिपकाया है, उस जगह से कैम्प की दूरी केवल एक किलोमीटर है। माओवादियों के पोस्टर चिपकाए जाने से इलाके में दहशत है।