
- पुराने पुल को नया रूप दे रहे हैं संवेदक, ग्रामीणों ने किया विरोध
- कसमार से जरीडीह सीमा के बांधडीह तक बन रहे हैं 15 से 20 पुल
Bokaro : कसमार से जरीडीह सीमा तक पीएमजीएसवाई के 2.5 करोड़ के सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार ही भ्रष्टाचार साफ तौर पर दिख रही है. सड़क निर्माण से लेकर पुल निर्माण तक में संवेदक द्वारा काफी गड़बड़ी की जा रही है. कई जगहों में पुराने पुलों की मरम्मत कर नया पुल बनाया दिखाया जा रहा है.

मामले में स्थानीय ग्रामीणों ने सड़क से लेकर पुल निर्माण में घोर अनियमितता का आरोप ठेकेदार पर लगाया और विरोध किया है. ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई के सड़क निर्माण की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है.

गौरतलब है कि कसमार तिनकोनिया चौक के मेन रोड से भाया वनचास सीमा बांधडीह तक लगभग 11 किलोमीटर तक विशेष मरम्मत कार्य हो रहा है. पीएमजीएसवाई रोड निर्माण कार्य के तहत पीसीसी से लेकर पिचिंग सहित जगह-जगह गाडवाल व पुल-पुलिया का निर्माण कार्य प्रगति पर है.
जिसमें स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क निर्माण कार्य में संवेदक की तरफ से भारी अनियमितता बरती गयी है. लोगों ने घटिया मरम्मत कार्य का आरोप लगाते हुए इसकी जांच की मांग की है. वहीं कसमार सीमा तक होने वाले पीसीसी की गुणवत्ता को लेकर भी ग्रामीणों ने सवाल खड़े किये हैं.
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पुराने पुल को नया पुल बनाने का ग्रामीणों ने लगाया आरोप
पीएमजीएसवाई सड़क में 15 से 20 छोटे बड़े पुल पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है. जिसके तहत कई पुराने पुलों की मरम्मत करके ही उसे नया रूप दिया जा रहा है. कसमार वनचास भाया बांधडीह तक बने सड़क में 15 से 20 बड़े छोटे पुल का निर्माण किया जा रहा है. जिसमें अधिकतर पुराने पुलों को ही नये पुल का रूप संवेदक द्वारा दिया जा रहा है.
बांधडीह से वनचास तक कई ऐसे पुल-पुलिया दिख जायेंगे,जिसमें साफ तौर पर पुराने पुलों को ही नया पुल का रूप दिया गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों व संवेदक की मिलीभगत से इस तरह के कार्य किये जा रहे हैं.
ग्रामीण लक्ष्मी कुमार गंझू, महेश प्रसाद गंझू, दिलीप गंझू सहित दर्जनों ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि जिस जगह पर पुल का निर्माण होना चाहिए. उन जगहों पर निर्माण कार्य ना करवाकर दूसरे पुराने पुलों की ही मरम्मति किया जा रहा है.
ग्रामीणों ने कहा कि अरालडीह पंचायत के वनचास गांव में जहां पुलों की आवश्यकता है. उन जगहों पर एक भी पुलों का निर्माण संवेदक द्वारा नहीं कराया गया है. वहीं निर्माण कार्य में भी काफी घटिया किस्म की निर्माण सामग्रियां का इस्तेमाल किया गया है.
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क्या कहते हैं अधिकारी
ग्रामीणों द्वारा लगाया गये आरोप पर कनीय अभियंता सरोज मेहता ने कहा कि ये बिल्कुल गलत है. साथ ही कहा कि कसमार से लेकर बांधडीह सीमा तक मात्र 8 नये बड़े छोटे पुल पुलिया का निर्माण किया जाना है. और बाकी जो पुल दिख रहे हैं,उसमें सिर्फ मरम्मति का ही कार्य किया जा रहा है. कहीं भी पुराने पुल को नया रूप नहीं दिया जा रहा है. वहीं निर्माण कार्य में कहीं कोई अनियमितता नहीं हो रही है.
जबकि कसमार प्रखंड के प्रमुख विजय किशोर गौतम ने इस बारे में कहा कि पीएमजीएसवाई सड़कों में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है. सड़क की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. इस सड़क की लिखित शिकायत सूबे के मुख्यमंत्री से की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की जाएगी.
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