New Delhi : कांग्रेस ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के एक बयान को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान का मोदी के साथ आधिकारिक रूप से गठजोड़ हो गया है. इसलिए इस चुनाव में मोदी को वोट देने का मतलब पाकिस्तान को वोट देना होगा.
पाकिस्तान का मोदी के साथ आधिकारिक रूप से गठजोड़ : सुरजेवाला
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान का मोदी के साथ आधिकारिक रूप से गठजोड़ हो गया है. मोदी को वोट का मतलब पाकिस्तान के लिए वोट.
उन्होंने दावा किया कि मोदी जी, पहले नवाज शरीफ से प्यार और अब इमरान खान आपका चहेता यार! ढोल की पोल खुल गयी है. गौरतलब है कि इमरान ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी की जीतने की स्थिति में भारत और पाकिस्तान के बीच शांति वार्ता की ज्यादा बेहतर संभावना रहेगी.
भारत-पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ महीनों से रिश्ते बेहद खराब हुए हैं. हालांकि रिश्तों में आई खटास से अलग पाकिस्तान के पीएम इमरान का मानना है कि अगर भारत में दोबारा से बीजेपी की सरकार आयी तो दोनों देशों के बीच शांति बहाली की संभावना बढ़ सकती है.
मोदी के नेतृत्व में कश्मीर समस्या का हल संभव
विदेशी पत्रकारों के एक ग्रुप के साथ साक्षात्कार के दौरान इमरान ने कहा कि बीजेपी एक दक्षिणपंथी पार्टी है और उसके सत्ता में लौटने पर कश्मीर मुद्दे पर समाधान निकल सकता है.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का कहना है कि भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव में अगर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जीत के बाद नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं, तो दोनों देशों के बीच शांति बहाली की संभावना ज्यादा बढ़ेगी.
साथ ही कहा कि अगर भारत में कांग्रेस की अगुवाई में अगली सरकार बनती है तो पाकिस्तान के साथ कश्मीर मामले पर वह कमजोर साबित हो सकती है और कश्मीर मुद्दे को हल करने से पीछे हट सकती है.
हालांकि इस इंटरव्यू के दौरान इमरान खान ने ये भी कहा कि नरेंद्र मोदी के शासन में कश्मीर ही नहीं बल्कि पूरे भारत में मुसलमान बड़े पैमाने पर अलगाव महसूस कर रहे हैं.
क्रिकेट से राजनीति की दूनिया में कदम रखने वाले और पिछले साल अगस्त में पाकिस्तान की सत्ता संभालने वाले इमरान ने कहा कि मैं कभी सोच भी नहीं सकता जो इस वक्त भारत में हो रहा है.
मुस्लिम विचारधारा पर हमले हो रहे हैं. कई साल पहले भारतीय मुस्लिम वहां अपनी स्थिति को लेकर खुश थे. लेकिन आज वे अतिवादी हिंदू राष्ट्रवाद को लेकर चिंतित हैं.
पत्रकारों से बात करते हुए इमरान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तरह डर और राष्ट्रवाद का माहौल बनाकर चुनाव जीतने की कोशिश में लगे हैं.
साथ ही बीजेपी के घोषणा पत्र में कश्मीर से 35 A और धारा 370 हटाने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हो सकता है कि यह चुनाव के कारण हो.
आतंकी गुटों को खत्म करने पर जोर
अपने इंटरव्यू में इमरान खान ने ये भी कहा कि पाकिस्तान अपने देश से सभी आतंकी संगठनों को खत्म करने के लिए प्रतिबध्द है. और सरकार को इसके लिए पाकिस्तानी सेना का भी पूर्ण सहयोग मिल रहा है. साथ ही कहा कि कश्मीर का मसला एक राजनीतिक संघर्ष था और इसका समाधान सैन्य ताकत से नहीं निकाला जा सकता.
ज्ञात हो कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिल पर हमला किया था. जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे. इस हमले की जिम्मेवारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी.
इसके बाद भारत ने जैश के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की सीमा में घुसकर एयर स्ट्राइक की थी. और आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था.
New Delhi : कांग्रेस ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के एक बयान को लेकर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पाकिस्तान का मोदी के साथ आधिकारिक रूप से गठजोड़ हो गया है. इसलिए इस चुनाव में मोदी को वोट देने का मतलब पाकिस्तान को वोट देना होगा.
पाकिस्तान का मोदी के साथ आधिकारिक रूप से गठजोड़ : सुरजेवाला
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान का मोदी के साथ आधिकारिक रूप से गठजोड़ हो गया है. मोदी को वोट का मतलब पाकिस्तान के लिए वोट.
उन्होंने दावा किया कि मोदी जी, पहले नवाज शरीफ से प्यार और अब इमरान खान आपका चहेता यार! ढोल की पोल खुल गयी है. गौरतलब है कि इमरान ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी की जीतने की स्थिति में भारत और पाकिस्तान के बीच शांति वार्ता की ज्यादा बेहतर संभावना रहेगी.
इसे भी पढ़ेंः आयकर विभाग की कार्रवाई पर चुनाव आयोग सख्तः कहा- आगे से कार्रवाई से पहले सूचित करें
क्या कहा इरफान खान ने
भारत-पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ महीनों से रिश्ते बेहद खराब हुए हैं. हालांकि रिश्तों में आई खटास से अलग पाकिस्तान के पीएम इमरान का मानना है कि अगर भारत में दोबारा से बीजेपी की सरकार आयी तो दोनों देशों के बीच शांति बहाली की संभावना बढ़ सकती है.
मोदी के नेतृत्व में कश्मीर समस्या का हल संभव
विदेशी पत्रकारों के एक ग्रुप के साथ साक्षात्कार के दौरान इमरान ने कहा कि बीजेपी एक दक्षिणपंथी पार्टी है और उसके सत्ता में लौटने पर कश्मीर मुद्दे पर समाधान निकल सकता है.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का कहना है कि भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव में अगर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की जीत के बाद नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं, तो दोनों देशों के बीच शांति बहाली की संभावना ज्यादा बढ़ेगी.
साथ ही कहा कि अगर भारत में कांग्रेस की अगुवाई में अगली सरकार बनती है तो पाकिस्तान के साथ कश्मीर मामले पर वह कमजोर साबित हो सकती है और कश्मीर मुद्दे को हल करने से पीछे हट सकती है.
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अलगाव महसूस कर रहे मुसलमान
हालांकि इस इंटरव्यू के दौरान इमरान खान ने ये भी कहा कि नरेंद्र मोदी के शासन में कश्मीर ही नहीं बल्कि पूरे भारत में मुसलमान बड़े पैमाने पर अलगाव महसूस कर रहे हैं.
क्रिकेट से राजनीति की दूनिया में कदम रखने वाले और पिछले साल अगस्त में पाकिस्तान की सत्ता संभालने वाले इमरान ने कहा कि मैं कभी सोच भी नहीं सकता जो इस वक्त भारत में हो रहा है.
मुस्लिम विचारधारा पर हमले हो रहे हैं. कई साल पहले भारतीय मुस्लिम वहां अपनी स्थिति को लेकर खुश थे. लेकिन आज वे अतिवादी हिंदू राष्ट्रवाद को लेकर चिंतित हैं.
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इजराइली पीएम से मोदी की तुलना
पत्रकारों से बात करते हुए इमरान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की तरह डर और राष्ट्रवाद का माहौल बनाकर चुनाव जीतने की कोशिश में लगे हैं.
साथ ही बीजेपी के घोषणा पत्र में कश्मीर से 35 A और धारा 370 हटाने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि हो सकता है कि यह चुनाव के कारण हो.
आतंकी गुटों को खत्म करने पर जोर
अपने इंटरव्यू में इमरान खान ने ये भी कहा कि पाकिस्तान अपने देश से सभी आतंकी संगठनों को खत्म करने के लिए प्रतिबध्द है. और सरकार को इसके लिए पाकिस्तानी सेना का भी पूर्ण सहयोग मिल रहा है. साथ ही कहा कि कश्मीर का मसला एक राजनीतिक संघर्ष था और इसका समाधान सैन्य ताकत से नहीं निकाला जा सकता.
ज्ञात हो कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिल पर हमला किया था. जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे. इस हमले की जिम्मेवारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी.
इसके बाद भारत ने जैश के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान की सीमा में घुसकर एयर स्ट्राइक की थी. और आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था.
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