
NewDelhi : तीन तलाक विधेयक आज लोकसभा में पेश किये जाने को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. खबर है कि गुरुवार को मोदी सरकार लोकसभा में तीन तलाक विधेयक पेश कर सकती है. कांग्रेस तीन तलाक विधेयक के वर्तमान स्वरूप का विरोध करने का मन बना चुकी है. कांग्रेस का कहना है कि इस पर कानून बनाने से पहले संबद्ध समुदाय से विचार करना चाहिए. इधर भाजपा सूत्रों के अनुसार पार्टी ने अपने सांसदों को सदन में विधेयक पेश करने के समय उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी कर दिया है. तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाने के विधेयक को लाने के सरकार के फैसले के बाद कांग्रेस ने यह कहते हुए इसका विरोध किया कि इसके लिए सबसे पहले मुस्लिम समुदाय से चर्चा करनी चाहिए.
विपक्ष विधेयक के वर्तमान स्वरूप के खिलाफ
इस संबंझ में कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने ट्वीट किया है कि तीन तलाक विधेयक आज लोकसभा में नाटकीय रूप से पेश किया जा सकता है. मोदी द्वारा ट्रंप को कश्मीर में मध्यस्थता के दिये गये आमंत्रण के मुद्दे से भटकाने के लिए? अगर राजग/भाजपा मुस्लिम पर्सनल लॉ में दखल देने के लिए लालायित हैं तो वह मुस्लिम समुदाय से चर्चा कर 1950 के दशक के हिंदू कोड बिल की तरह कानून क्यों नहीं बनाते?


मनीष तिवारी ने पीएम मोदी पर सवालिया हमला बोलते हुए पूछा कि क्या प्रधानमंत्री ने जी-20 सम्मेलन के दौरान ट्रंप से कोई आग्रह किया था. यह भारत की एकता और संप्रभुता पर बहुत बड़ा हमला है. उन्होंने कहा कि सरकार को अमेरिकी राष्ट्रपति के दावे पर सफाई देनी चाहिए.




जान लें कि केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने विपक्ष के विरोध के बावजूद 21 जून को लोकसभा में मुस्लिम महिला (विवाह पर अधिकारों की रक्षा) विधेयक 2019 पेश किया था. विपक्ष की मांग थी कि सभी राजनीतिक दलों को व्यापक चर्चा में शामिल करने के बाद इसे पेश किया जाना चाहिए. जान लें कि विपक्ष विधेयक के वर्तमान स्वरूप के खिलाफ है. विपक्ष का तर्क है कि इसमें सिर्फ मुस्लिमों को निशाना बनाया जायेगा. यहां तक कि राजग की सहयोगी जदयू भी इसका विरोध कर रही है.
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