
NewDelhi : दिल्ली में लगातार जारी हिंसा को लेकर कांग्रेस बुधवार को केंद्र की मोदी सरकार और दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर बरस पड़ी है. कांग्रेस वर्किंग कमिटी ने बुधवार को अमित शाह के साथ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार को भी जिम्मेदार ठहराया कि वह लोगों में शांति बहाल नहीं कर सकी. इस क्रम में कांग्रेस ने राजधानी में शांति बहाली में असफल रहने का आरोप लगा कर गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगा है.
Congress Interim President Sonia Gandhi: The Centre and the Union Home Minister is responsible for the present situation in Delhi. The Union Home Minister should resign. https://t.co/kH3JFsABpw
— ANI (@ANI) February 26, 2020
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बुधवार को सीडब्लूसी की बैठक हुई
जान लें कि बुधवार को यहां सीडब्लूसी की बैठक हुई. सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, केसी वेणुगोपाल और कई अन्य नेता शामिल थे. सीडब्ल्यूसी कांग्रेस की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई है. सूत्रों के अनुसार बैठक में मुख्य रूप दिल्ली हिंसा पर चर्चा हुई और जल्द ही एक प्रस्ताव भी पारित किया जा सकता है.
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हिंसा के बाद के हालात पर मुख्य रूप से चर्चा की गयी.
बैठक में उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में हुई हिंसा के बाद के हालात पर मुख्य रूप से चर्चा की गयी. खबर है कि पार्टी ने आज दोपहर बाद शांति मार्च निकालने का फैसला किया है , जिसमें कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के शामिल होने की संभावना है. दिल्ली में लगातार बढ़ते हुए सामाजिक तनाव को देखते हुए कांग्रेस के नेता एवं कार्यकर्ता दोपहर बाद पार्टी मुख्यालय, 24 अकबर रोड से गांधी स्मृति, 30 जनवरी मार्ग तक साम्प्रदायिक सद्भाव के लिए शांति मार्च निकालेंगे. इसमें कई वरिष्ठ नेताओं के शामिल होने की संभावना है.
जान लें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष ने साम्प्रदायिक रंग ले लिया था. प्रदर्शनकारियों ने कई घरों, दुकानों तथा वाहनों में आग लगा दी और एक-दूसरे पर पथराव किया. इन घटनाओं में बुधवार तक कम से कम 20 लोगों की जान चली गयी और करीब 200 लोग घायल होने की खबर है.
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