
New Delhi: अफगानिस्तान में तालिबान एक बाद एक शहर पर कब्जा जमाते जा रहा है. तालिबान ने दावा किया है अफगानिस्तान के दूसरे सबसे बड़े शहर कंधार पर उनका कब्जा हो गया है. इतना ही नहीं कहा जा रहा है कि तालिबानी राजधानी काबुल के करीब पहुंच चुके हैं.तालिबान ने बृहस्पतिवार को रणनीतिक रूप से बेहद अहम 10वीं प्रांतीय राजधानी गजनी पर भी कब्जा कर लिया था. इधर, हेलमंद प्रांत की राजधानी लश्करगाह में उसने पुलिस मुख्यालय पर भी कब्जा जमा लिया है. बताया जा रहा है कि तालिबान ने 1,000 से ज्यादा अपराधियों और नशीली दवाओं के तस्करों को जेल से छुड़ा लिया है.
छुड़ाए गए कैदियों में कई तालिबान आतंकी थे


तालिबान ने जिन छह शहरों की जेलों में नशीली दवाओं की तस्करी, सशस्त्र डकैती और अपहरण के दोषियों को तालिबान ने छुड़ाया है उनमें कई तालिबान आतंकी भी थे. कुंदुज में रिहा कराए गए 630 कैदियों में 180 तालिबान आतंकी थे. इनमें से 15 को अफगान सरकार ने मौत की सजा सुनाई थी. निमरोज प्रांत के जरांज शहर से छुड़ाए गए 350 कैदियों में से 40 तालिबान आतंकी थे. हालांकि, अफगान सरकार ने कहा है कि आतंकियों को पकड़ने के बाद जेल से छुड़ाए गए सभी कैदी दोबारा पकड़े जाएंगे.


अफगानिस्तान में तालिबान के तेजी से बढ़ते कदमों पर अंकुश लगाने के लिए राष्ट्रपति अशरफ गनी ने नए चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के रूप में हैबतुल्लाह अलीजई की नियुक्ति की है. गनी ने यह नियुक्ति वली मोहम्मद अहमदजई की जगह की है. अफगानिस्तान टाइम्स ने बताया कि अलीजई ने इससे पहले अफगान नेशनल आर्मी कमांडो के कमांडर के रूप में काम किया है.