
Ranchi : कई मुद्दों को लेकर यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी से मिलने दिल्ली पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को केंद्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी से भी मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री के साथ कोल ब्लॉक सहित कई मुद्दों पर बातचीत की. हेमंत से मुलाकात की तस्वीर प्रहलाद जोशी ने सोशल मीडिया ट्विटर पर शेयर की. प्रहलाद जोशी ने लिखा कि मुलाकात के दौरान केंद्रीय मंत्री ने हेमंत से राज्य में कोयला उत्पादन बढ़ाने के लिए कोल ब्लॉक्स का परिचालन जल्द शुरू करने में मदद देने की भी गुजारिश की.
साथ ही, झारखंड का राजस्व बढ़ाने और राज्य के लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए खनिज संसाधनों का समुचित उपयोग करने में भी अपना सहयोग देने की गुजारिश की. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि हेमंत सोरेन से खनिज समृद्ध झारखंड राज्य से संबंधित मामलों पर चर्चा की गयी. केंद्रीय मंत्री ने हेमंत को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार राज्य के विकास और अपने लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है.
CM Jharkhand, Shri @HemantSorenJMM ji called on me. Discussed matters relating to the mineral rich State of Jharkhand.
Government under PM Shri @NarendraModi ji is committed to the development of the State and welfare of its people. pic.twitter.com/Fy4SgCwU81
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) January 18, 2021
राज्यव्यापी सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण की बात कहकर हेमंत करते रहे हैं विरोध
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री का केंद्रीय मंत्री से मुलाकात के दौरान कोल ब्लॉक के कॉमर्शियल माइनिंग को लेकर भी की गयी है. बता दें कि कोल ब्लॉक के कॉमर्शियल माइनिंग के केंद्रीय नीति का हेमंत सरकार शुरू से ही विरोध करती रही है. मुख्यमंत्री कई बार दोहरा चुके हैं कि कोयला खदानों की नीलामी से पूर्व राज्यव्यापी सामाजिक-आर्थिक सर्वेक्षण होना चाहिए था. इससे यह पता चल सकेगा कि कोयला खनन से यहां के लोग लाभान्वित हुए या नहीं. और यदि नहीं हुए तो क्यों नहीं हुए? हेमंत का कहना था कि यह बड़ा विषय था लेकिन केंद्र सरकार ने जल्दबाजी दिखाई है.
30 जुलाई को भी सीएम से मुलाकात कर चुके है केंद्रीय मंत्री
इससे पहले बीते 30 जुलाई को भी रांची दौरे पर आये केंद्रीय मंत्री ने कॉमर्शियल माइनिंग के मुद्दे को लेकर सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी. उस दौरान कोल माइंनिंग के मसले पर गतिरोध को समाप्त करने को लेकर चर्चा हुई थी. केंद्रीय मंत्री ने उस दौरान दावा किया था कि कोल माइनिंग को लेकर सीएम ने जो समस्या रखी, उसपर सकारात्मरक बात हुई है.