
Chandil : चांडिल प्रखंड के हुमीद (छोटालाखा) स्थित बिहार स्पंज आयरन लिमिटेड कंपनी के लिए जमीन देनेवाले ग्रामीणों को अब उसी कंपनी में रोजगार नहीं मिल रहा. लंबे समय तक कंपनी के बंद रहने के बाद वनराज नामक कंपनी ने इस फैक्टरी को चलाने के लिए लीज पर लिया है. वनराज कंपनी के मालिक आधुनिक कंपनी के अग्रवाल बंधु ही हैं. जब कंपनी को दोबारा खोलने की बात शुरू हुई तो, कंपनी के लिए जमीन देनेवाले ग्रामीण खुश थे कि अब दोबारा से उन्हें रोजगार मिलेगा, लेकिन उनकी उम्मीदों पर तब पानी फिर गया, जब प्रबंधन ने बाहर से कर्मचारियों को लाना शुरू किया. स्थानीय ग्रामीण तब से ही इसका विरोध कर रहे हैं. कई बात वार्ताओं का दौर चला, वादे भी किये गये, लेकिन अग्रवाल बंधु हर बार वादाखिलाफी करते हैं. इन्हीं सब मुद्दों को लेकर कंपनी के पास बड़तल में सोमवार को पांच ग्राम विस्थापित एवं प्रभावित समिति की बैठक हुई. गुरुचरण किस्कू की अध्यक्षता में हुई बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि बिहार स्पंज आयरन लिमिटेड (बीएसआईएल) कंपनी प्रबंधन दाताओं और कामगारों को रोजगार नहीं देती है, तो वे अपनी जमीन वापस मांगेंगे. ग्रामीण अपने इस निर्णय से प्रशासन और कंपनी प्रबंधन को अवगत करायेंगे. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि प्रबंधन सकारात्मक निर्णय नहीं लेता है. तो ग्रामीण कंपनी का गेट अनिश्चितकाल के लिए जाम कर देंगे.
बैठक में समिति के सचिव आशुतोष बेसरा ने कहा कि ग्रामीणों ने बिहार स्पंज आयरन लिमिटेड कंपनी को जमीन दी है. वे लोग दूसरी किसी कंपनी नहीं जानते हैं. बीएसआईएल को वनराज नामक कंपनी चलाना चाह रही है. उन्होंने कहा कि जमीन बीसीआईएल को दी गयी है, इसलिए कारखाना वही चलाये. बैठक में जगन्नाथ मांझी, आशुतोष बेसरा, गुरुचरण सिंह सरदार, लखिकांत महतो, अरुण टुडू, योगेश्वर बेसरा, नानू प्रमाणिक, ठाकुर दास महतो आदि मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें – धनबाद : सड़क हादसे में जोड़ापोखर PSI की मौत, 2018 बैच के दारोगा थे सुमन