
Chakradharpur : फेसबुक पर हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अश्लील और अभद्र टिप्पणी करने के मामले में आरोपी युवकों पर पुलिस कार्रवाई की मांग तेज हो गई है. इसे लेकर स्थानीय लोगों के साथ महिलायें भी मंगलवार को थाना पहुंची. उन्होंने आरोपी युवकों को हिरासत में लेने के बावजूद पुलिस की ओर से अबतक कोई कार्रवाई नहीं किये जाने पर नाराजगी जतायी. इस बीच पुलिस प्रशासन के रवैये के विरोध में चक्रधरपुर बाजार स्वतः स्फूर्त बंद रहा.
स्थानीय लोगों और हिंदू संगठनों का आरोप है कि पुलिस पर इस मामले को रफा-दफा करने का दबाव है, इसलिए वह आरोपी युवकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज नहीं कर रही है. इस मामले में अबतक चार बार थाने में लिखित शिकायत की जा चुकी है. बावजूद इसके आरोपी युवकों पर कार्रवाई नहीं होने से भड़की समाज की महिलायें मंगलवार को भी थाना पहुंची और मामले में एक और लिखित शिकायत दर्ज करायी गयी. इन महिलाओं का नेतृत्व गिरिराज सेना के प्रमुख कमल देवगिरी कर रहे थे. इस पूरे में मामले में पांच बार थाने में अलग-अलग शिकायत दर्ज करायी गयी है. बावजूद इसके मामले के तीनों आरोपी युवकों को पिछले दो दिनों से थाना में ही रखा गया है.


स्थानीय लोगों का आरोप है कि थाना में युवकों को वीआइपी ट्रीटमेंट दिया जा रहा है और समझौता कराकर उन्हें छोड़ दिये जाने की तैयारी की जा रही है. सोमवार की रात इसी मसले को लेकर थाना का घेराव भी किया गया था. फिर भी मंगलवार की सुबह तक थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं होने पर चक्रधरपुर बाजार के लोगों ने अपने आप ही अपनी दुकानें बंद कर दी. इसके तहत चक्रधरपुर बाटा चौक, पवन चौक थाना रोड, गुदड़ी बाजार, त्रिशूल चौक, इतवारी बाजार की सभी दुकानें बंद रही. दूसरी ओर मामले की शिकायत लेकर थाना पहुंची महिलाओं की टीम के साथ थाने के अधिकारी संतोष कुमार तिवारी के दुर्व्यवहार करने से एक बार मामला तूल पकड़ता दिखा. हालांकि, थाना प्रभारी प्रवीण कुमार सिंह एवं चक्रधरपुर नगर परिषद के कार्यपालक अधिकारी सुशील कुमार ने लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया. बावजूद इसके सुरक्षा की दृष्टि से जमशदेपुर से रैफ का एक बटालियन बुलाया गया है. ताकि स्थिति पर नियंत्रण रखते हुये उसे शांत किया जा सके.




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