
Chaibasa : पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के एसपी अजय लिंडा को सोमवार को स्थापना दिवस पर झारखंड पुलिस पदक से अलंकृत किया गया. अजय लिंडा वर्ष 2008 बैच के सीधे नियुक्त भारतीय पुलिस सेवा के पदाधिकारी हैं. उनकी प्रथम प्रतिनियुक्ति अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सह सहायक पुलिस अधीक्षक किरीबुरू के रूप में हुई थी. किरीबुरू अनुमंडल (सारंडा) जहां उस वक्त घोर उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र हुआ करता था. तब लौह-अयस्क के तस्करों के रूप में जाना जाता था. अपने कार्यकाल में नक्सलियों के विरुद्ध अभियान का नेतृत्व कर सारंडा क्षेत्र जहां नक्सलियों के छिपने और प्रशिक्षण लेने का स्थान था. उसे ध्वस्त किया था और भारी मात्रा में हथियार/गोली बरामद किया गया था.
सारंडा में चलाया था अभियान अनाकोंडा
सारंडा में ऑपरेशन “अभियान अनाकोंडा” इनके कार्यकाल में चलाया गया था. लौह- अयस्क की तस्करी पर विशेष अभियान तथा कठोर कदम उठाकर इन्होंने उसके तस्करी पर अंकुश लगाया था. इसके पश्चात इनकी पदस्थापना सिटी एसपी जमशेदपुर के रूप में हुई थी. अपराध पर लगाम लगाया और कुख्यात अपराधकर्मी अखिलेश सिंह गिरोह के काफी सदस्यों को गिरफ्तार कर विधि व्यवस्था को सामान्य किया था.


पुलिस अधीक्षक गोड्डा


पुलिस अधीक्षक गोड्डा के रूप में पदस्थापना में उग्रवाद तथा अपराध पर अंकुश लगाया था. नक्सली जीवन हांसदा को आत्मसमर्पण करवाया था. चर्चित व्यवसाई ओंकारमल अग्रवाल अपहृत मामले में त्वरित गति से कार्य कर इन्होंने सकुशल बरामदगी तथा अपराधियों की गिरफ्तारी की.
लातेहार एसपी
लातेहार पुलिस अधीक्षक के रूप में भाकपा ( माओवादी), टीपीसी, जेपीसी, एवं जेजेएमपी उग्रवादी संगठनों के विरुद्ध अभियान चलाकर महत्वपूर्ण उपलब्धी दिलाई थी. उग्रवादी संगठन के महेंद्र गंजू, मुकेश गंजू, अनेश गंजू, रूपलाल गंजू आदि को गिरफ्तार कर हथियार और गोली बरामद किया गया था.
पलामू एसपी
पुलिस अधीक्षक पलामू के रूप में पदस्थापना के दौरान भाकपा (माओवादी) टीपीसी, जेपीसी एवं जेजे एमपी उग्रवादी संगठनों के विरुद्ध महत्वपूर्ण उपलब्धियां दिलाने में अहम योगदान दिया था. इस दौरान उन्होंने 19 नक्सलियों को गिरफ्तार किया था. इसमें 2 लाख का इनामी नक्सली नेपाल गांझू भी शामिल है.
वर्तमान में विगत एक साल से पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा में पुलिस अधीक्षक के रूप में पदस्थापित हैं. नेतृत्व क्षमता के दम पर खुफिया जानकारी इकट्ठा करके और खुफिया जानकारी जुटाकर जनता का विश्वास हासिल करने में कामयाबी हासिल की. जिसके परिणाम स्वरूप भाकपा( माओवादी) पीएलएफआई के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए भाकपा (माओ) के 73 नक्सलियों तथा पीएलएफआई के 61 नक्सलियों को गिरफ्तार किया. उनसे भारी मात्रा में हथियार 48, गोली 725 एवं आईडी 117 बम बरामद किए गए.
गुदड़ी में नक्सली को मार गिराया
इस दौरान पीएलएफआई के खिलाफ गुदडी थाना अंतर्गत मुठभेड़ के दौरान एक नक्सली को मार गिराया गया. उग्रवादियों के विरुद्ध आक्रामक रवैया अपनाया जिसके कारण ही आम जनों का पुलिस थाना में आसानी से आना प्रारंभ हुआ तथा पुलिस पर विश्वास पैदा हुआ है. सूदूर उग्रवाद ग्रस्त क्षेत्रों में भी सामुदायिक पुलिसिंग कर आम जनों को पुलिस के साथ जोड़ा गया. वर्तमान परिवेश में जहां बच्चों की कक्षाएं बंद है. बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए पुलिस महानिदेशक झारखंड सरकार रांची के आदेशानुसार मोबाइल बैंक का सभी थानों में स्थापना की गई. जरूरतमंद बच्चों को मोबाइल बैंक से मोबाइल उपलब्ध कराया गया. सभी प्रतिभावान और मेधावी बच्चों को भी सम्मानित किया गया.
इसे भी पढ़ें- अपराधियों ने फाइनेंस कर्मी को बनाया निशाना, गोली मार कर 70 हजार रुपये लूटे