
Ranchi: केंद्र सरकार ने सोमवार को अपने-अपने घरों को वापस लौटने में लगे प्रवासियों के संबंध में राज्य सरकारों को एक पत्र लिखा है. गृह सचिव अजय भल्ला द्वारा सभी राज्यों के सीएस को जारी पत्र के मुताबिक राज्य सरकारें सुनिश्चित करें कि मजदूर सड़कों और रेलवे ट्रैक पर न चलें.
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चूंकि वर्तमान में बस और श्रमिक स्पेशल ट्रेन सेवा के जरिये उन्हें घर वापसी के लिए सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं, ऐसे में उनकी बेहतरी के लिए उन्हें रेलवे ट्रैक और सड़कों पर पैदल चलने से रोका जाना चाहिये.

ज्ञात हो कि प्रवासियों की घर वापसी के मसले पर 10 मई को सभी राज्य सरकारों के साथ कैबिनेट सचिव की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये समीक्षा बैठक हुई थी. बैठक में श्रमिक स्पेशल ट्रेन और बसों की सुविधा बढ़ाये जाने और अन्य संबंधित मुद्दों पर भी बात हुई थी.
पैदल लौट रहे प्रवासियों को शेल्टर्स में रखें
राज्यों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि सड़कों पर चलते मज़दूर दिखें तो उनको समझाया जाए. उनके रहने, और खाने-पीने की व्यवस्था नजदीकी शेल्टर्स में हो. घर लौटने को बसों या श्रमिक स्पेशल ट्रेन की व्यवस्था होने तक उन्हें वहां समुचित सुविधाएं उपलब्ध करायी जाये.
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रेल से कटकर 16 श्रमिकों की जा चुकी है जान
विगत दिनों महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 16 प्रवासी मजदूरों के कटकर मारे जाने की ख़बरों के बाद केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को यह पत्र जारी किया है. लॉकडाउन के बीच अपने घरों को लौटने की बेताबी में प्रवासी मजदूर 1000-2000 किमी पैदल चलने को विवश हैं और इसके कारण उन्हें अपनी जान भी गंवानी पड़ रही है. इन हालातों को देखते हुए राज्य सरकारें बसों और स्पेशल ट्रेन की मदद से प्रवासियों को वापस लाने में जुट चुकी हैं. केंद्र ने इन सुविधाओं को अधिक-से-अधिक संख्या में बढ़ाने की बात कही है.
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