
Ranchi : प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल ने केंद्र पर झारखंड की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है. गुरुवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि कोरोना संकट के बावजूद केंद्र सरकार ने हेमंत सोरेन की अपेक्षित मदद नहीं की.
झारखंड राजद प्रदेश अध्यक्ष अभय सिंह औऱ पार्टी नेता राधाकृष्ण किशोर ने भाजपा नेताओं को टारगेट करते हुए कहा कि पहले वे केंद्र से झारखंड को उसके हिस्से की पूरी मदद दिलायें. इसके बाद ही झारखंड सरकार से एक साल का हिसाब मांगें.
इसे भी पढ़ें : पैसों के लेनदेन को लेकर युवक को दोस्त ने चाकू मारकर कर दिया था घायल, आरोपी गिरफ्तार

राज्य की हिस्सेदारी और केंद्रीय अनुदान पर डाका


राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि टैक्स कलेक्शन की प्रक्रिया के बाद केंद्र सरकार से राज्यों को हिस्सेदारी मिलती है. इसी तरह से केंद्रीय अनुदान भी मिलता है. वर्ष 2020-21 के लिए केंद्र से राज्य की हिस्सेदारी और केंद्रीय अनुदान के तौर पर 23,000 करोड़ मिलते. पर केंद्र ने दोनों श्रेणी में राशि पूरी नहीं दी. राज्य सरकार ने 2020-21 के लिए 29,669 करोड़ रेवेन्यू कलेक्ट करने का लक्ष्य रखा था.
कोरोना संकट और कमजोर वित्तीय स्थितियों के बावजूद नवंबर, 2020 तक 12 हजार 38 करोड़ का कलेक्शन करने में हेमंत सरकार सफल रही. यह बेहद खास बात है.
केंद्र से 20-21 के लिए राज्यांश के तौर पर 25 हजार 989 करोड़ मिलना था, पर मिला सिर्फ 11 हजार 79 करोड़. यानि 14 हजार 900 करोड़ अब तक नहीं मिले. केंद्रीय अनुदान के तौर पर 15 हजार 839 करोड़ दिया जाना था जो कि पूरा नहीं मिला.
इसे भी पढ़ें : भारत को हॉकी विश्व कप में जीत दिलानेवाले झाऱखंड के माइकल किंडो नहीं रहे
कोरोना संकट में भी हेमंत ने पेश की मिसाल
अभय सिंह ने कहा कि नयी सरकार आने का बाद राज्य में कोरोना संकट भी आ गया था. विषम परिस्थितियां और खजाना खाली होने के बावजूद हेमंत सोरेन सरकार ने शानदार परफॉर्मेंस दिया.
प्रवासियों को लाने से लेकर उनके लिए भोजन, रोजगार के मसले पर भी आगे बढ़ कर काम किया. स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में भी उल्लेखनीय उपलब्धि रही. केंद्र सरकार राज्य को मदद देने में विफल रही फिर भी राज्य सरकार जनता के लिए कार्य करती रही.
इसे भी पढ़ें : मुंबई में सप्लाई की जा रही चतरा की अफीम