
Ranchi: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 2019-20 सत्र के लिए पाठ्यक्रम में बड़े बदलाव किये हैं. नये सिलेबस में दसवीं क्लास में दो तरह के मैथ्स होंगे. पहला बेसिक मैथ्स दूसरा स्टैंडर्ड मैथ्स. जो छात्र 11वीं 12वीं में मैथ्स नहीं लेना चाहते हैं, वे दसवीं में बेसिक मैथ्स की पढ़ाई करेंगे.
वहीं जो मैथ्स को अपना विषय बनाना चाहते हैं वेस्ट स्टैंडर्ड मैथ्स लेकर परीक्षा दे सकते हैं. इंटरनल असेसमेंट स्केल को घटाकर कर 15 अंक का कर दिया गया है.
मुख्य परीक्षा में इसका वेटेज भी 5 अंकों का कर दिया गया है, जो पहले 15 नंबर का हुआ करता था. वहीं नौवीं के छात्र अब वैकल्पिक विषय के तौर पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय को चुन सकते हैं.
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नर्सरी केजी के सिलेबस में योग अनिवार्य
सीबीएसई द्वारा जारी इस नये सिलेबस में बच्चों के संपूर्ण विकास की बात कही गयी है. नर्सरी और केजी के सिलेबस में योग को अनिवार्य रूप से शामिल कराया गया है. ताकि बच्चों का मन और शरीर तंदुरुस्त रहे. प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल शिक्षा में योग को नये विषय के रूप में पढ़ना होगा.
बच्चों को नया सिखाना मुख्य उद्देश्य
सीबीएसई ने नये सिलेबस बदलने के बाद कहा कि यह पूरा करिकुलम बच्चों को नया सिखाने को लेकर केंद्रित है.
बच्चे ज्यादा से ज्यादा सीख सकें, इसको लेकर यह प्रयोग किया जा रहा है. बच्चों को स्किल शिक्षा देने के लिए स्किल आधारिक व्यावसायिक विषय जोड़े गये हैं.
जैसे कृषि खाद्य वस्त्र निर्माण. सीबीएसई के द्वारा तर्क दिये गये हैं कि शिक्षा व्यवस्था में बदलाव का यह फैसला नई पीढ़ी को और अधिक संवेदनशील बनाने के उद्देश्य से लिया गया है.
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