
Jamshedpur : कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले का समर्थन किया है. कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल और राष्ट्रीय सचिव सुरेश सोंथालिया ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि यह फैसला मौजूदा स्थिति के मद्देनजर स्टॉक की जमाखोरी को रोकने और पहले घरेलू खपत को पूरा करने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
भारत दुनिया में चीन के बाद गेहूं का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक
बता दें कि भारत दुनिया में चीन के बाद गेहूं का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है. लगभग 30 मिलियन हेक्टेयर भूमि का उपयोग गेहूं उत्पादन के लिए किया जाता है. दोनों व्यापारी नेताओं ने उम्मीद जतायी है कि इस साल गेहूं का घरेलू उत्पादन करीब 125 मिलियन मीट्रिक टन होगा. गेहूं की घरेलू खपत 105 मिलियन मीट्रिक टन है. हालांकि, भारत में गेहूं की कमी से बचने के लिए निवारक कदम आवश्यक हैं और इसलिए सरकार के निर्णय की सराहना की जानी चाहिए है. कैट के नेताओं ने कहा कि इस प्रतिबंध का किसानों और व्यापारियों पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा है, लेकिन बाजार पर प्रतिबंध के प्रभाव को समझने के लिए कम से कम 48 घंटे की जरूरत है.





