
Ranchi : झारखंड के लोगों के लिए अच्छी खबर है कि हाल के दिनों राज्य में मरे पक्षियों में से किसी में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है. अभी तक राज्य से करीब 3500 पक्षियों के सैंपल जांच के लिए कोलकाता भेजे गए हैं, जिसकी जांच रिपोर्ट में वायरण एच5एन1 की पुष्टि नहीं हुई है. पशुपालन विभाग के अनुसार राज्य में बढ़ती ठंड पक्षियों की मौत का मुख्य कारण हो सकता है.
हालांकि, विभाग मान रहा है कि कुछ पक्षियों के मौत के पीछे एवियन इंफ्लूएंजा हो सकता है. मालूम हो कि एवियन इंफ्लूएंजा बहुत अधिक खतरनाक नहीं है. इससे संक्रमण भी अधिक नहीं फैलता है. विभाग ने आश्वस्त किया है कि लोगों को बर्ड फ्लू से डरने की जरूरत नहीं है, इसके प्रति जागरूक रहने की जरूरत है.
झारखंड पशुपालन विभाग के शोध पदाधिकारी डॉ प्रभात पांडेय बताते हैं कि राज्य के किसी भी हिस्से बर्ड फ्लू के संकेत नहीं मिल रहे हैं. जब तक पालतू या पोल्ट्री फॉर्म में पक्षियों की मौत नहीं दिखती है तब तक बर्ड फ्लू को कारण बताना गलत होगा. इन जगहों पर सावधानी बरतने के दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं. सभी जिलों में टीम गठित की गई है जो अपने यहां से सैंपल जमाकर जांच के लिए भेज रहे हैं.
राज्य के लैब में ही जांच कराने का निर्देश
कोलकाता और भोपाल जांच लैब में अत्यधिक दबाव होने के कारण केंद्र ने अपने ही राज्य के जांच लैब में जांच करने का सुझाव दिया है. सुझाव में कहा गया है कि जहां तक संभव हो प्रारंभिक जांच अपने लैब में करने का प्रयास किया जाए. इसके बाद अगर कोई बड़ी रिपोर्ट दिखती है तो उसी सैंपल को जांच के लिए बाहर भेजा जाए.
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