
Kishanganj: बिहार में नवंबर से पहले चुनाव होने हैं. विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार की ओर से प्रदेश के लिए सौगातों की बौछार लगा दी गयी है. वहीं दूसरी ओर इस चुनावी माहौल में उद्घाटन से पहले ही किशनगंज में बन रहा पुल टूट गया है. बताया जा रहा है कि पुल पूरी तरह से बनकर तैयार था और केवल एप्रोच रोड बनना बाकी था. माना जा रहा था कि जल्द ही इस पुल का उद्घाटन भी किया जायेगा, लेकिन उसके पहले ही ये पुल टूट गया.
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1.42 करोड़ की लगात से बन रहा था पुल
किशनगंज के दिघलबैंक प्रखंड के पथरघट्टी पंचायत के गोआबाड़ी गांव में कन्कई नदी पर बन रहा पुल ध्वस्त हो गया है. खबर है कि नदी की बरसाती धार में बन रहे निर्माणाधीन पुल का एक पाया धंस गया. फिर देखते ही देखते पूरा का पूरा पुल टूट गया.
Kishanganj: A bridge in Goabari village washed away ahead of its inauguration following a rise in the water level of Kankai river. #Bihar (17.9) pic.twitter.com/oZnzhy5fcv
— ANI (@ANI) September 18, 2020
मिली जानकारी के मुताबिक इस पुल को बनाने में करीब 1.42 करोड़ रुपये का खर्च आया था. यह 26 मीटर स्पैन का पुल था. खबर है कि ये घटना 16 सितंबर यानी मंगलवार रात की है. बता दें कि लगातार दो दिनों से हो रही बारिश की वजह से नदी की दिशा बदल गई. और नदी की धार उस इलाके से निकली जहां पर निर्माणाधीन पुल था.
पुल के पास 20 मीटर का डायवर्जन बनाना था, लेकिन इसे नहीं बनाया गया. इसकी वजह से नदी की धार घूम गई और पुल टूट गया. डायवर्जन बना होता तो नदी की धार नहीं बदलती और पुल नहीं गिरता.
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बाढ़ की त्रासदी झेलने को मजबूर बड़ी आबादी
बता दें कि ये गोआबाड़ी पुल जिस इलाके में बनाया जा रहा है, वह इलाका इन दिनों बाढ़ की त्रासदी झेल रहा है. पास के इलाका कई दिनों से पानी में डूबे हुए हैं. वहीं कई दिनों से हो रही बारिश के कारण पथरघट्टी के पास कनकई नदी का बहाव तेज हो गया और इस बहाव में पुल भी बह गया. पुल के ढह जाने के बाद यह पूरा इलाका एक टापू समान दिखाई दे रहा है. फिलहाल पुल के धंस जाने के कारण इस रास्ते खुद को मुख्य धारा से जोड़ने का आस वर्षों से संजोए ग्वाल टोली, गुवाबाड़ी, दोदरा, कमरखोद, बेलबारी, संथाल टोला आदि गांवों के हजारों की आबादी का इंतजार एक बार फिर से बढ़ गया है. ग्रामीणों का आरोप है कि पुल बनाने में लापरवाही बरती गई है, जिससे ये घटना घटी है.
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