Patna : बिहार में लोकसभा चुनाव के दौरान करारी हार का सामना कर चुके विपक्षी दल आने वाले विधानसभा चुनाव में राजग (एनडीए) को हराने की रणनीति पर मंथन कर रहे हैं.
महागठबंधन का सुझाव
इसी कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल के वयोवृद्ध नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने सभी विपक्षी दलों का विलय करने का एक बार फिर सुझाव दिया.
रघुवंश प्रसाद ने शुक्रवार को दोबारा कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का मुकाबला करने के लिए सभी क्षेत्रीय विपक्षी पार्टियों का महागठबंधन में विलय करना चाहिए. हालांकि, उनकी अपनी ही पार्टी में इस विचार को समर्थन मिलता नहीं दिख रहा है.
उल्लेखनीय है कि बिहार में पांच दलों ने महागठबंधन बनाकर लोकसभा चुनाव साथ लड़ा था लेकिन उन्हें केवल एक सीट पर ही जीत मिली.
महागठबंधन अच्छा विचार : हम
रघुवंश प्रसाद के सुझाव पर प्रतिक्रिया देते हुए महागठबंधन के छोटे घटक हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि यह अच्छा विचार है. अगर राजद और अन्य घटक ‘हम’ में विलय करते हैं तो हम उसका स्वागत करेंगे.
उल्लेखनीय है कि ‘हम’ के संस्थापक अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी चेतावनी दे रहे हैं कि अगर महागठबंधन में उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वह अलग हो जाएंगे और अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.
Patna : बिहार में लोकसभा चुनाव के दौरान करारी हार का सामना कर चुके विपक्षी दल आने वाले विधानसभा चुनाव में राजग (एनडीए) को हराने की रणनीति पर मंथन कर रहे हैं.
महागठबंधन का सुझाव
इसी कड़ी में राष्ट्रीय जनता दल के वयोवृद्ध नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने सभी विपक्षी दलों का विलय करने का एक बार फिर सुझाव दिया.
रघुवंश प्रसाद ने शुक्रवार को दोबारा कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का मुकाबला करने के लिए सभी क्षेत्रीय विपक्षी पार्टियों का महागठबंधन में विलय करना चाहिए. हालांकि, उनकी अपनी ही पार्टी में इस विचार को समर्थन मिलता नहीं दिख रहा है.
उल्लेखनीय है कि बिहार में पांच दलों ने महागठबंधन बनाकर लोकसभा चुनाव साथ लड़ा था लेकिन उन्हें केवल एक सीट पर ही जीत मिली.
महागठबंधन अच्छा विचार : हम
रघुवंश प्रसाद के सुझाव पर प्रतिक्रिया देते हुए महागठबंधन के छोटे घटक हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि यह अच्छा विचार है. अगर राजद और अन्य घटक ‘हम’ में विलय करते हैं तो हम उसका स्वागत करेंगे.
उल्लेखनीय है कि ‘हम’ के संस्थापक अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी चेतावनी दे रहे हैं कि अगर महागठबंधन में उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वह अलग हो जाएंगे और अकेले विधानसभा चुनाव लड़ेंगे.