
Patna : बिहार चुनाव में डबल इंजन की सरकार के बाद ट्रबल इंजन की इंट्री हो गयी है. बता दें कि राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने रविवार को प्रधानमंत्री मोदी के डबल इंजन वाले नारे पर तंज कसते हुए इसे ट्रबल इंजन की सरकार करार दिया है. पीएम मोदी ने अपने भाषण में डबल इंजन का नारा भाजपा-जदयू गठबंधन के लिए दिया था, लेकिन जेल में बंद लालू यादव ने दूसरे चरण की वोटिंग से पहले इसे ट्रबल (मुसीबत) इंजन बताया है.
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लालू ने अपने ट्वीटर हैंडल से किये गये ट्वीट में कहा कि यह डबल इंजन नहीं ट्रबल इंजन है. पूछा कि लॉकडाउन में फंसे मजदूरों को वापस लाने के वक्त डबल इंजन कहां था?
यह ड़बल इंजन नहीं ट्रबल इंजन है।
लॉकडाउन में फँसे मज़दूरों को वापस लाने के वक़्त ड़बल इंजन कहाँ था?
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) November 1, 2020
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लॉकडाउन में फंसे मजदूरों को वापस लाने के वक्त डबल इंजन कहां था?
जान लें कि पिछले तीन दशक में पहली बार बिहार के विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव गायब हैं, लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से वे नीतीश कुमार के जदयू और भाजपा पर हमला बोलते रहे हैं. लालू ने अपने ट्वीटर हैंडल से किये गये ट्वीट में कहा कि यह डबल इंजन नहीं ट्रबल इंजन है. पूछा कि लॉकडाउन में फंसे मजदूरों को वापस लाने के वक्त डबल इंजन कहां था?
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एक तो जंगल राज के युवराज भी हैं…
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को छपरा में अपने चुनावी भाषण में कहा था कि बिहार में एक तरफ डबल इंजन की सरकार है तो दूसरी तरफ डबल-डबल युवराज भी हैं. एक तो जंगल राज के युवराज भी हैं. बिहार में एक तरफ डबल इंजन की सरकार है जो बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, तो दूसरी तरफ डबल-डबल युवराज हैं जो अपने-अपने सिंहासन को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं.
डबल इंजन की सरकार और डबल-डबल युवराज वाले बयान पर तेजस्वी यादव ने भी मोदी से सवाल करते हुए ट्वीट किया था कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने यह नहीं बताया कि डबल इंजन सरकार के चलते बिहार की बेरोजगारी दर 46.6% क्यों है? बिहार के हर दूसरे घर से पलायन क्यों होता है? NCRB के आंकड़ो में बिहार अपराध में अव्वल क्यों है? नीति आयोग के अनुसार शिक्षा स्वास्थ्य क्षेत्रों में बिहार फिसड्डी क्यों है?
सीबीआई की सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी
खबर है कि सीबीआई चारा घोटाला के तीन मामलों में बेल पा चुके लालू प्रसाद यादव की जमानत को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की तैयारी कर रही है. चारा घोटाले के दोषी लालू यादव 5 में से 4 मामलों में दोषी करार दिये जा चुके हैं. लेकिन इन 4 मामलों में से 3 में उन्हें जमानत मिल चुकी है. सीबीआई इस जमानत को चुनौती देने जा रही है.
बहरहाल लालू पर चारा घोटाले के पांचवें मामले में सुनवाई चल रही है. यह मामला डोरंडा कोषागार से अवैध रूप से 139 करोड़ रुपये की निकासी का है. अगर लालू को दुमका कोषागार से 3.13 करोड़ रुपये के अवैध निकासी के मामले में जमानत मिल जाती है तो उनके जेल से बाहर निकलने का रास्ता साफ हो जायेगा. हालांकि इस मामले की सुनवाई 6 नवंबर के बाद ही संभव है
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