
Jamshedpur : पिछले दो दिनों से आदित्यपुर के मांझी टोला, निर्मल नगर और सामलौंग बस्ती के आसपास खरकाई नदी में एक मगरमच्छ देखा गया है. यह मगरमच्छ बस्तीवासियों के लिए कौतूहल और दहशत का कारण बना हुआ है. मगरमच्छ के डर से खरकई किनारे बसी बस्तियों के लोग अपने रोजमर्रा के कामों के लिए भी नदी में जाने से डर रहे हैं. इस बारे में जानकारी के लिए जमशेदपुर की वन प्रमंडल पदाधिकारी से बात करने की कोशिश की गई, मगर उन्होंने फोन नहीं उठाया.

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23 अगस्त से ही देखा जा रहा है मगरमच्छ
सामलौंग बस्ती के किसी स्थानीय लड़के ने मगरमच्छ वीडियो बना लिया है, जो न्यूजविंग को मिला है. जानकारी के अनुसार खरकई नदी में बाढ़ का पानी कम होने के बाद पहली बार 23 अगस्त की सुबह 6 बजे से 6.30 बजे के बीच मांझी टोला में इस मगरमच्छ को नदी किनारे सुस्ताते देखा गया. कुछ स्थानीय लड़कों ने इसे देखा तो उन्हें लगा कि यह किसी पेड़ का तना है, लेकिन अचानक वह सरकने लगा और उनकी तरफ आने लगा. यह देखकर लड़के वहां से भाग निकले और मगरमच्छ पानी में चला गया. 24 अगस्त को मगरमच्छ दोबारा माझीटोला से नीचे खरकई टोल ब्रिज की तरफ सामलौंग बस्ती के किनारे दिखा. यहां किसी लड़के ने इसकी वीडियो बना ली. आसपास के इलाकों में यह वीडियो खूब शेयर भी हो रहा है.
यह मगरमच्छ कहां से आया है, इसके बारे में तरह-तरह के अनुमान लगाये जा रहे हैं. बता दें कि वर्ष 2008 में आयी बाढ़ में टाटा जू से तीन मगरमच्छ बहकर स्वर्णरेखा नदी में चले गये थे. काफी मशक्कत के बाद इनमें से दो को जमशेदपुर के मानगो इलाके के आसपास तथा एक को घाटशिला में पकड़ा गया था. लेकिन इस बार मगरमच्छ आदित्यपुर इलाके में खरकई नदी में देखा जा रहा है. खरकई नदी आदित्यपुर से नीचे की ओर बहती हुई सोनारी दोमुहानी में स्वर्णरेखा से मिलती है. बता दें कि बीते 22 जून को आयी बाढ़ का पानी भी टाटा जू में प्रवेश कर गया था. इस कारण जू के एक तेंदुआ मिथुन की मौत हो गयी थी.