
New delhi: वॉट्सएप आज के दौर में लोगों की जरूरत बन गया है. लेकिन समय-समय पर वॉट्सएप सवालों के घेरे में भी आता रहा है. इंटरनेट सिक्योरिटी रिसर्चर राजशेखर राजाहरिया ने बताया है कि जो वॉट्सऐप ग्रुप्स इंटर करने के लिए लिंक का इस्तमाल करते हैं, उन्हें एक बार फिर से ऑनलाइन पाए जाने का खतरा है. ऐसा करने पर यूज़र की प्राइवेट चैट में कोई भी घुस सकता है. इसका मतलब ये हुआ कि ग्रुप पर अहर कुछ ज़रूरी डिटेल शेयर कर रहे हैं. उसा समय कोई अनजान व्यक्ति उस ग्रुप में जॉइन कर सकता है. ऐसा होने के बाद इस शख्स के पास आपके ग्रुप की जानकारी जैसे ग्रुप मेंबर की डिटेल और ग्रुप के नाम और प्रोफाइल फोटो का एक्सेस मिल जाता है.वॉट्सएप की इस खामी को 2019 में ठीक कर दिया गया था लेकिन अब ये फिर से सामने आयी है.
Your @WhatsApp groups may not be as secure as you think they are. WhatsApp Group Chat Invite Links, User Profiles Made Public Again on @Google Again.
Story – https://t.co/GK2KrCtm8J#Infosec #Privacy #Whatsapp #infosecurity #CyberSecurity #GDPR #DataSecurity #dataprotection pic.twitter.com/7PvLYuM9xD— Rajshekhar Rajaharia (@rajaharia) January 10, 2021
खुद को छुपा सकता है अनजान शख्स
ग्रुप में जुड़ने के बाद ग्रुप मेंबर्स से बचने के लिए अनजान व्यक्ति कुछ देर के लिए अपने आप को हाइड भी कर सकता है. इसमें सबसे बड़ी खामी ये है कि अगर अनजान शख्स को ग्रुप से निकाल भी दिया जाता है तब भी लिस्ट में उनके फोन नंबर के साथ उनकी ब्रीफ एंट्री मौजूद रहेगी. इसी तरह की खामी को 2019 में एक सिक्योरिटी रिसर्चर ने स्पॉट किया था, जिसे बाद में फेसबुक को रिपोर्ट किया गया. उस समय इसे ठीक कर दिया गया था. बता दें कि ये परेशानी सिर्फ ग्रुप इनवाइट लिंक्स के साथ नहीं बल्कि सिंगल यूज़र अकाउंट प्रोफाइल के साथ भी आ रही है.
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ये खामी पहले भी आ चुकी है सामने
इससे अनजान शख्स इंडेक्स की गई प्रोफाइल, जिसमें यूज़र का फोन नंबर और कुछ मामलों में उनका फोन नंबर मौजूद होता, उसे एक्सेस करने की अनुमति देता है. वॉट्सऐप की ये खामी भी पहले सामने आ चुकी है, और इसके बारे में 2020 में रिपोर्ट किया गया था, जिसके बाद इसे जून 2020 में ठीक कर दिया गया था.
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