
Ranchi : बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, कांके में मंगलवार को राज्य स्तरीय किसान सम्मेलन आयोजित हुआ. इसमें 10 जिलों के प्राकृतिक कृषि एवं जैव विविधता जैविक खेती करनेवाले 200 किसान शरीक हुए. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर जगरनाथ उरांव (डायरेक्टर एक्सटेंशन एजुकेशन बिरसा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी) ने झारखंड के सभी जिलों में किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए मदद करने का भरोसा दिलाया. अपना मोबाइल नंबर भी साझा किया. विशेष अतिथि डॉक्टर महालिंगा शिवा (ओफाज) ने किसानों को जैविक खेती के लिए क्रांति लाने के लिए और खेती करने के लिए आह्वान किया. किसानों ने उनसे सहमति जताते कहा कि वे जैविक खेती की विरासत को और समृद्ध करेंगे. कार्यक्रम के अतिथि नेशनल वीरो ऑफ जेनेटिक शीड रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर शशि कुमार चौहान ने भी किसानों को अपने पारंपरिक बीजों को बढ़ाने के लिए मदद करने में मदद की बात कही. 20 एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के अरविंद कुमार ने किसानों के सवालों का जवाब देकर संतुष्ट किया. कार्यक्रम का संचालन नया सवेरा विकास केंद्र के सचिव वीरेंद्र कुमार ने किया. जैविक खेती करने वाले विशेष किसान के रूप में गोचर गुड़िया, बालको सिंह, सुखराम भगत समेत अन्य ने भी कार्यक्रम की सफलता में सहयोग दिया. सम्मेलन में नया सवेरा विकास केंद्र ने सभी किसानों को बीजों को उपचार करने के लिए पीएसपी कल्चर का वितरण किया. 10 किसान समूह को कृषि टूल का वितरण भी किया गया.

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