
New Delhi: टीम इंडिया का ऑस्ट्रेलिया दौरा कई मायनों में ऐतिहासिक रहा. रिकॉर्ड तोड़ टेस्ट सीरीज जीतने के बाद वनडे सीरीज पर भी भारत ने कब्जा जमाया. लेकिन इनसबके बीच मेजबान ऑस्ट्रेलिया की इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने तीखी आलोचना की है. दरअसल, भारत की ऐतिहासिक जीत के बाद नकद पुरस्कार की घोषणा मेजबान की ओर से नहीं की गई. जिसपर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि खिलाड़ी उस राजस्व के हिस्सेदार हैं, जिसे बनाने में मदद करते हैं.
धोनी-चहल को 35-35 हजार का नकद पुरस्कार
बता दें कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया में उसको पहली बार द्विपक्षीय वनडे सीरीज में 2-1 से हराया. और ‘मैन ऑफ द मैच’ युजवेंद्र चहल और ‘मैन ऑफ द सीरीज’ महेंद्र सिंह धोनी को मैच के बाद 500-500 डॉलर (करीब 35-35 हजार रुपये) दिए गए. जिसे दोनों खिलाड़ियों ने दान में दे दिया. वहीं भारतीय टीम को पूर्व कंगारू विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने सिर्फ विजेता ट्रॉफी प्रदान की और कोई नकद पुरस्कार नहीं दिया गया. जिसके बाद गावस्कर ने नाराजगी जाहिर की.


500 डॉलर, ये शर्मनाक है- गावस्कर


गावस्कर ने ‘सोनी सिक्स’ से कहा, ‘500 डालर क्या है, यह शर्मनाक है कि टीम को सिर्फ एक ट्रॉफी मिली. वे (आयोजक) प्रसारण अधिकारों से इतनी राशि अर्जित करते हैं. वे खिलाड़ियों को अच्छी इनामी राशि क्यों नहीं दे सकते? आखिरकार खिलाड़ी ही खेल को इतनी राशि (प्रायोजकों से) दिलाते हैं.’ गावस्कर ने ये भी कहा कि विम्बलडन चैम्पियनशिप में दी जाने वाली राशि को देखिए.
बता दें कि शुक्रवार को भारत के युजवेंद्र चहल की चमत्कारी गेंदबाजी के बाद ‘मैच फिनिशर’ महेंद्र सिंह धोनी और केदार जाधव के बीच चौथे विकेट के लिए नाबाद 121 रन की साझेदारी से तीसरे और अंतिम वनडे मैच में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को सात विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम की. वहीं टेस्ट मैचों की सीरीज जीतकर इतिहास रचने वाली भारतीय टीम ने वनडे सीरीज में भी जीत हासिल की, इससे पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज 1-1 से बराबर रही थी. कप्तान कोहली की टीम ने ऑस्ट्रेलिया में एक भी सीरीज नहीं गंवाने का श्रेय हासिल करने वाली पहली टीम बन गई.