
- पिछली बैठकों में उपस्थित नहीं हुए थे अधिकारी
- कुलपति को सीनेट सदस्यों ने सौंपा ज्ञापन, 12 जुलाई को होनी है बैठक
Ranchi: रांची यूनिवर्सिटी की ओर से दो साल बाद सीनेट की बैठक आयोजित की जा रही है. यह बैठक 12 जुलाई को होगी. सीनेट सदस्यों ने इस बार बैठक में उच्च शिक्षा सचिव और निदेशक को बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने की मांग की है. इस संबध में सीनेट सदस्यों ने गुरुवार को रांची यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ रमेश कुमार पांडेय को ज्ञापन सौंपा. साथ ही मांग की कि बैठक में उच्च शिक्षा सचिव और निदेशक उपस्थित रहें. जिससे निर्णय प्रक्रिया और प्रस्ताव को मूर्त रूप दिया जा सके. यूनिवर्सिटी के नियमानुसार सीनेट की बैठक में उच्च शिक्षा सचिव और निदेशक की उपस्थिति अनिवार्य है. इस ज्ञापन से संबंधित प्रतिलिपि कुलाधिपति और शिक्षा मंत्री को भी दी गयी है.
इसे भी पढ़ें – झारखंड में इंजीनियरिंग, पोलिटेक्निक व मैनेजमेंट संस्थानों के लिए संबद्धता आसान नहीं


पिछली बैठकों में उपस्थित नहीं थे सचिव और निदेशक


सीनेट सदस्य अटल पांडेय ने कहा कि सीनेट की पूर्व की बैठकों में उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों का नहीं आना अधिकारियों की उदासीनता दिखाती है. पहले भी कई बैठकों में अधिकारी उपस्थित नहीं रहे हैं. जिससे प्रस्ताव पास तो हो जाते हैं लेकिन मूर्त रूप नहीं दिया जाता. इससे विश्वविद्यालय परिवार को समय पर कानून बन जाने के बावजूद लाभ नहीं मिल पाता है.
इसे भी पढ़ें – सिंडिकेट की बैठक में आरयू ने फीस वृद्धि में किया संशोधन, यूजी में प्रतिमाह 100 और पीजी में 125 रुपये देने होंगे
अधिकारियों के नहीं रहने पर बैठक नहीं होगी
श्री पांडेय ने जानकारी दी कि इसके पूर्व भी सीनेट सदस्यों की बैठक हुई. जिसमें यह निर्णय लिया गया है कि अगर उच्च शिक्षा के सचिव और निदेशक बैठक में उपस्थित नहीं होते हैं तो सीनेट की बैठक नहीं होने दी जायेगी. इसकी जानकारी कुलपति को भी दे दी गयी है. सीनेट में पास प्रस्तावों को उच्च शिक्षा विभाग का हवाला देकर लगातार यूनिवर्सिटी ठंडे बस्ते में डाल दे रही है. मौके पर याज्ञवलक्य शुक्ला, शशांक राज, डॉ महाराज सिंह, डॉ पम्पा सेन विश्वास समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
इसे भी पढ़ें – कन्फ्यूजनः प्रशासन ने कहा 40 हजार लोग योग करेंगे, बीजेपी प्रवक्ता कह रहे 50 हजार