
Asansol : सोमवार की देर शाम मुर्गासोल स्थित आसनसोल चेंबर ऑफ कॉमर्स के सभागार में आयोजित बैठक में चेंबर अध्यक्ष ओम प्रकाश बगडिया के निर्णयों को असंवैधानिक बताते हुए मंगलवार को चेंबर के सलाहकार आरएएन यादव एवं सचिव श्रवण अग्रवाल ने होटल आसनसोल इन के सभागार में इसका प्रतिवाद किया.
सलाहकार यादव ने चेंबर के संविधान को सर्वोपरि बताते हुए अध्यक्ष बगाडिया पर चेंबर के संविधान की अवमानना करने और मनमाने ढंग से काम करने का आरोप लगाया.
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आठ नये लोगों को शामिल करने का एजेंडा नहीं था
उन्होंने कहा कि सोमवार को आयोजित बैठक में शंभुनाथ झा सहित आठ नये लोगों को चेंबर में शामिल करने का कोई एजेंडा नहीं था और नहीं कमेटी सदस्यों से इस पर कोई विचार विमर्श ही किया गया था. इसके बावजूद अध्यक्ष श्री बगडिया ने आठ लोगों को चेंबर में शामिल किया.
उन्होंने बगडिया पर हिटलरशाही अंदाज में काम करने और अपने निजी निर्णयों को चेंबर पर थोपने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि शंभुनाथ झा के न्यायालय में दायर किये गये मामले को उठाने संबंधित कोई दस्तावेज बतौर सलाहकार उन्हें या सचिव के पास उपलब्ध नहीं कराये गये हैं.
बैठक में चेंबर के नोन एक्सक्यूटिव सदस्यों को एक्सक्यूटिव कमेटी की बैठक में दिये गये एजेंडा पर वक्तव्य रखने पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह चेंबर की गरिमा से खिलवाड़ है.
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दायित्वों और कार्यक्षेत्र को समझें बगड़िया
सचिव श्रवण अग्रवाल ने कहा कि बैठक के नोटिफिकेशन का अधिकार बतौर सचिव उनका है. परंतु अध्यक्ष श्री बगडिया अपने मनमर्जी से चेंबर के बैठक संबंधित नोटिफिकेशन जारी कर दिये जिसका अधिकार उन्हें नहीं है. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष अपने दायित्वों और कार्य क्षेत्र को समझें और उसके अनुरूप कार्य करें.
बैठक में चेंबर के सलाहकार सुब्रत दत्त एवं चेंबर के लिगल सेल कमेटी के चेयरमैन सुब्रतो दत्तो को भी सूचना नहीं दी गयी. सुब्रतो दत्तो ने कहा कि सोमवार की बैठक के संबंध में सचिव के स्तर से उन्हें कोई सूचना नहीं दी गयी थी.
जबकि सलाहकार होने के नाते उन्हें बैठक की सूचना दी जानी चाहिए थी. अवसर पर चेंबर के मनोज साहा, मुकेश तोदी, संतोष आदि उपस्थित थे.
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