
New Delhi: भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवाणे ने शनिवार को कहा कि अगर संसद चाहे तो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर पर भी कार्रवाई करेंगे.
#WATCH Army Chief on if PoK can be part of India as stated by political leadership: There is a parliamentary resolution that entire J&K is part of India.If Parliament wants it,then,PoK also should belong to us. When we get orders to that effect, we’ll take appropriate action pic.twitter.com/P8Rbfwpr2x
— ANI (@ANI) January 11, 2020
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सेना प्रमुख नरवाणे ने कहा, ‘यह एक संसदीय संकल्प है कि पूरा कश्मीर भारत का हिस्सा है. अगर संसद ने कहा कि वो क्षेत्र (पीओके) भी हमारा होना चाहिए और हमें उस आशय के आदेश दिये तो हम उसके लिए उचित कार्रवाई करेंगे.’
सियाचिन को देश के लिए अहम बताते हुए नए आर्मी चीफ जनरल मुकुंद नरवणे ने कहा कि सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, सुरक्षा के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता.
सीडीएस की नियुक्ति बड़ा कदम
अपने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने शनिवार को प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) का पद सृजित करने को तीनों सैन्य बलों के एकीकरण की दिशा में ‘बहुत बड़ा कदम’ बताया और कहा कि सेना इसकी सफलता सुनिश्चित करेगी.
Army Chief General Manoj Mukund Naravane: The formation of the Chief of Defence Staff (CDS) and creation of Department of Military Affairs is a very big step towards integration and we on our part will make sure that this is a success. pic.twitter.com/b7l6vmXen9
— ANI (@ANI) January 11, 2020
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उन्होंने जोर देकर कहा कि संविधान के प्रति निष्ठा हर वक्त हमारा मार्गदर्शन करेगा. उन्होंने कहा, ‘‘संविधान में निहित न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की भावना हमारा मार्गदर्शन करती रहेगी.’’
#WATCH “As the army, we swear allegiance to the Constitution of India…Justice, liberty, equality and fraternity enshrined in the Constitution should guide us,” Army Chief General Manoj Mukund Naravane pic.twitter.com/KsFzbhfkS0
— ANI (@ANI) January 11, 2020
उत्तरी सीमा पर उभरी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार
जनरल नरवणे ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रशिक्षण का फोकस भविष्य के युद्धों के लिए सेना को तैयार करने पर होगा, जो नेटवर्क केंद्रित और जटिल होगा.
चीन द्वारा सीमावर्ती क्षेत्र में किये जा रहे सैन्य बुनियादी ढांचे के विस्तार को लेकर सेना प्रमुख नरवणे ने कहा, ‘‘हम उत्तरी सीमा पर उभरी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार हैं.’’
Army Chief General Manoj Mukund Naravane on the need for re-balancing the Force on both Pakistan and China border: Re-balancing is required as there is a feeling that both northern and western borders require equal attention. pic.twitter.com/Bhct1V6Smi
— ANI (@ANI) January 11, 2020
उन्होंने कहा, ‘‘हमने उत्तरी सीमा पर तैयारियों का फिर से संतुलन प्रारंभ किया है, जिसमें उन्नत हथियार प्रणाली की तैनाती शामिल है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘सीडीएस का गठन और सैन्य मामलों के विभाग का गठन एकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है. हम अपनी तरफ से इसकी सफलता सुनिश्चित करेंगे.’’
सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘एकीकरण सेना के भीतर भी होगा और एकीकृत युद्ध समूह इसका एक उदाहरण है. मैं सभी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि एकीकरण की इस प्रक्रिया में हम सभी को साथ लेकर चलेंगे. कोई भी पीछे नहीं रहेगा.’’
सेना प्रमुख के इस बयान से कुछ दिन पहले ही जनरल विपिन रावत ने भारत के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष का पदभार संभाला है.
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