
Ranchi: झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्य़क्ष डॉ अजय कुमार की खिलाफत करनेवालों में पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद रहे प्रदीप बलमुचु भी शामिल हो गये हैं. यूपी के सोनभद्र में आदिवासियों के नरसंहार के खिलाफ सोमवार को राजभवन के समक्ष एकदिवसीय धरने पर बैठे प्रदीप बलमुचू ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान परोसी हुई थाली को भी वे मुंह में नहीं डाल सके. इसके लिए उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार को जिम्मेवार ठहराया. उनका इशारा खूंटी संसदीय सीट को लेकर था. बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान प्रदीप बलमुचु खूंटी सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे. लेकिन ऐऩ वक्त पर पार्टी ने कालीचरण मुंडा को उम्मीदवार बनाया. उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ अपनी बातों को उन्होंने पार्टी केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष रखी है. जल्द ही इस पर शीर्ष नेतृत्व उचित निर्णय लेगा.
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पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए महागठबंधन की समीक्षा जरूरी
डॉ अजय के नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर प्रदीप बलमुचू ने कहा कि यह तो शीर्ष नेतृत्व तय करेगा. लेकिन इतना जरूर है कि लोकसभा चुनाव के पहले पार्टी मान कर चली थी कि महागठबंधन के तहत चुनाव लड़ कर पार्टी चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. करारी हार मिलने पर महागठबंधन के भविष्य पर प्रदीप बलमुचु ने कहा कि उनके जैसे कई वरिष्ठ नेताओं ने केंद्रीय नेतृत्व के समक्ष यह मांग रखी थी कि महागठबंधन की समीक्षा होनी चाहिए. आखिर क्यों सभी दल मिल कर केवल दो ही सीट जीत सके. जबकि हम करीब 7 से 8 सीट पर अपनी सीट सुनिश्चित मान कर चल रहे थे. उन्होंने डॉ अजय कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि प्रदेश अध्यक्ष ने अभी तक इसकी समीक्षा नहीं की है.
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हार की समीक्षा करने की हिम्मत नहीं है डॉ अजय कुमार में
डॉ अजय कुमार पर आरोप लगाते हुए पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वे अपने कर्तव्यों से भाग रहे हैं. डॉ अजय में हार की समीक्षा करने की हिम्मत तक नहीं है. जिसकी वजह से पद की गरिमा तार-तार हो रही है. ऐसे व्यक्ति को प्रदेश अध्यक्ष के पद पर रहने का अधिकार नहीं है. मालूम हो कि कांग्रेस का एक गुट लोकसभा चुनाव में हार के बाद लगातार वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष को पद से हटाने की मांग पर अड़ा है. पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और उनके समर्थकों ने प्रदेश डॉ अजय कुमार के खिलाफ जम कर बयानबाजी की थी.
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