
Giridih : बेटा के बजाय दो बेटियों के होने से नाराज एक व्यक्ति ने अपनी दो बेटियों, पत्नी समेत सास को घर में बंद कर जिंदा जला कर मारने का प्रयास किया. लेकिन ग्रामीणों की तत्परता के कारण सभी की जान बच गयी.
इस दौरान घटना को अंजाम देकर आरोपी व्यक्ति दिलीप सिंह अपने ससुराल से फरार होने में सफल रहा. यह सनसनीखेज वारदात गिरिडीह के भेलवाघाटी थाना क्षेत्र के भेलवाघाटी इलाके में हुई. घटना शनिवार की बतायी जा रही है, लेकिन आरोपी की पत्नी गुड़िया देवी ने मामले की जानकारी भेलवाघाटी थाना पुलिस को सोमवार को दी.
घर में सभी को बंद कर आगलगी की घटना के दौरान ग्रामीणों की तत्परता से सभी को बचा तो लिया गया, लेकिन घर में रखे कपड़े समेत कई समान जल कर राख हो गये. गनीमत रही कि ग्रामीणों की नजर वक्त पर गुड़िया देवी के घर में लगी आग पर पड़ी.


ग्रामीण पति दिलीप सिंह की 27 वर्षीय पत्नी गुड़िया देवी, 50 वर्षीय सास उर्मिला देवी और दोनों बेटियों क्रमशः छह वर्षीय एमपी कुमारी और ढाई वर्षीय चिंकी कुमारी को जलते हुए घर से सुरक्षित निकालने में सफल रहे.




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जानकारी के अनुसार गुड़िया देवी की शादी के बाद उसे दो बेटियां ही हुईं. जबकि आरोपी पति बेटा की चाहत रख रहा था. लेकिन दो बेटियों के होने से नाराज आरोपी पति ने अपनी ससुराल में इस घटना को अंजाम दिया. जानकारी के अनुसार पीड़िता के मायके में उसकी मां के अलावे कोई और नहीं है.
इधर पीड़िता पत्नी के आवेदन के आधार पर पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कर रही है. थाना प्रभारी प्रशांत कुमार ने मामले को कुछ और ही बताया है.
थाना प्रभारी प्रशांत कुमार की मानें तो आरोपी पति दिलीप सिंह अपने भेलवाघाटी स्थित ससुराल में रहने के बजाय अपनी पत्नी और बेटियों के साथ अपने देवरी स्थित गांव के घर पर रहना चाहता था, लेकिन पत्नी ससुराल जाने से इंकार रही थी.
जानकारी के अनुसार आरोपी पति दिलीप सिंह की ससुराल में नहीं रहने का कारण ससुराल की आर्थिक हालात बेहतर नहीं रहने के रूप में सामने आया है. लिहाजा, हर बार पत्नी के इंकार से गुस्सा हो कर पति दिलीप सिंह ने सभी को अपनी ससुराल में बंद कर आग लगा दी.
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