
Ranchi : बजट सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण के बाद हो गयी है. पहले दिन की कार्यवाही अभिभाषण और शोक प्रकाश के बाद स्थगित कर दी गयी. बजट सत्र के पहले ही दिन इरफान अंसारी ने कहा कि मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि अमर बाउरी हिंदू नहीं हैं, उनकी मैं डीएनए जांच करुंगा तब बताउंगा कि वे हैं क्या.
दरअसल मुख्यमंत्री के दिये गये बयान कि आदिवासी हिंदू नहीं हैं, उस पर विपक्ष घेरने की कोशिश कर रहा था. अमर बाउरी ने कहा था कि सरकार के वर्ड और एक्शन जरा भी मेल नहीं खाते.
अगर सीएम हिंदू नहीं हैं तो वे क्यों काशी विश्वनाथ मंदिर जाते हैं, क्यों छिन्नमस्तिका जाते हैं, क्यों तारापीठ जाते हैं. उन्होंने कहा कि वनवासी, मूलवासी, दलित सभी सनातन धर्म हैं.
इस पर इरफान अंसारी ने कहा कि आदिवासी प्रकृति की पूजा करते हैं, ये सीएम ने कहा तो क्या गलत कहा. साथ ही उन्होंने अमर बाउरी के हिंदू होने पर भी सवाल खड़ा कर दिया.
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क्या मंदिर जाने से मैं हिन्दू हो जाऊंगाः इरफान
इरफान अंसारी ने कहा कि हम सेक्युलर हैं. क्या हम मंदिर जायेंगे तो हिन्दू हो जायेंगे. क्या कोई मस्जिद जायेगा तो मुस्लिम हो जायेगा. ऐसा थोड़े होता है. मंदिर जायेंगे तो पूजा नहीं करेंगे. मस्जिद जायेंगे तो नमाज ही पढ़ोगे न.
हम सभी धर्म का सम्मान करते हैं इसलिए मुख्यमंत्री जी भी मंदिर जाते हैं. मस्जिद भी जाते हैं. बता दें झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हार्वर्ड इंडिया कॉन्फ्रेंस को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया था. उन्होंने कहा कि आदिवासी कभी न हिंदू थे, न हैं.
उन्होंने आगे कहा, आदिवासी समाज प्रकृति पूजक है और इनका अलग रीति-रिवाज है. सदियों से आदिवासी समाज को दबाया जाता रहा है, कभी इंडिजिनस, कभी ट्राइबल तो कभी अन्य के तहत पहचान होती रही.
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