
Ranchi: साहिबगंज से मनिहारी और मनिहारी से साहिबगंज के बीच गंगा नदी में आईएडब्ल्यूएआई की एनओसी पर जलयान चलाया जा सकता है. झारखंड हाइकोर्ट के निर्देश के बाद भी कटिहार डीएम और साहेबगंज डीसी जय बजरंगबली स्टोन वर्क को आईएडब्ल्यूआई की एनओसी रहने के बाबजूद जलयान चलाने से रोक रखा था. मामले को लेकर जय बजरंगबली स्टोन वर्क ने झारखंड हाईकोर्ट में रिट याचिका फाइल की लेकिन झारखंड हाईकोर्ट की सिंगल बेंच ने रिट याचिका को खारिज कर दिया, इसके बाद सिंगल बेंच के फैसले को डबल बेंच में चुनौती दी गयी. 6 अक्टूबर 2021 को डबल बेंच ने जय बजरंगबली स्टोन वर्क के पक्ष में फैसला दिया.
कंपनी हाईकोर्ट के निर्देशानुसार अपना जहाज चलाने का प्रयास किया तो कटिहार डीएम और साहिबगंज डीसी ने परिचालन को बाधित कर दिया. कंपनी उक्त आदेश के आलोक में हाइकोर्ट के शरण में पहुंचे तो 29 मार्च 2022 को झारखंड हाईकोर्ट ने कटिहार डीएम व साहिबगंज डीसी को कारण पृच्छा नोटिस जारी की. कोर्ट ने दोनों अधिकारियों से पूछा है कि क्यों नहीं आपलोगों के विरुद्ध अवमानना का मामला चलाया जाए. इसी मामले पर दोनों राज्य के अधिवक्ता ने हाईकोर्ट में अनकंडीशनल अपोलोजी की मांग करते हुए जबाब में कहा कि केंद्र सरकार द्वारा मिले आदेश पर चलने वाली जलयान को बाधित नहीं किया जायेगा. साथ ही हाईकोर्ट ने जय बजरंगबली स्टोन वर्क को जलयान परिचालन शुरु करने को कहा. कोर्ट ने कहा अवमानना का मामला बनता है तो अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी.


अवैध रुप से जहाज परिचालन के वजह से हुआ है हादसा




झारखंड के साहिबगंज और बिहार के कटिहार जिले के मनिहारी के बीच गंगा नदी में 24 मार्च 2022 को एक मालवाहक जहाज अनियंत्रित हो गया. इसके बाद जहाज पर लोड ट्रक गंगा नदी में गिरने लगे. 5 ट्रक गंगा नदी में डूब गए. जहाज पर कई व्यक्ति सवार थे जिन्होंने तैरकर अपनी जान बचाई. हालांकि कई लोगों की डूबने से मौत भी हुयी. जहाज पर 15 से अधिक ट्रक लोड थे. जहाज हादसे मामले में सियासत भी गर्मा गई थ. 25 मार्च को झारखंड विधानसभा में बीजेपी विधायक अनंत ओझा और अमर बाउरी ने मामले को उठाया. बीजेपी विधायकों ने हेमंत सोरेन की सरकार पर निशाना साधते हुए, इस मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग की. बीजेपी विधायकों ने सोरेन सरकार से सवाल किया कि, कितने लोग डूबे, सरकार इसका जवाब दे? साहिबगंज के डीसी और एसपी पर भी मुकदमे की मांग की थी.
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