
Ranchi : रिम्स में भर्ती कोविड के मरीजों पर यूनानी दवाइयों का पहला ट्रायल सफल होने के बाद पिछले सप्ताह से दूसरा ट्रायल शुरू हो गया है. संक्रमित मरीजों की संख्या कम होने के कारण फिलहाल कोरोना के सिर्फ चार मरीजों पर ट्रायल चल रहा है, जो बढ़ कर 46 हो जायेगी. इसकी अनुमति सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन यूनानी मेडिसिन की ओर से तीन महीने पहले ही रिम्स को मिल चुकी थी. लेकिन रिम्स में कोविड के मरीज न होने के कारण यूनानी दवाइयों का रिसर्च शुरू नहीं हो पा रहा था.
दूसरा ट्रायल भी 46 मरीजों पर


आपको बता दें कि 110 दिन तक चले पहले ट्रायल के दौरान कोविड के 46 मरीजों को शामिल किया गया था. ऐसे में सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन यूनानी मेडिसिन की ओर से दूसरे ट्रायल में भी 46 मरीजों को ही शामिल करने की अनुमति दी है.




रिसर्च में ये हैं शामिल
रिम्स के कार्डियोथोरेसिक सर्जन सह सीटीवीएस विभागाध्यक्ष डॉ अंशुल कुमार के नेतृत्व में क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डॉ मोहम्मद सैफ, डॉ जियाउल हक (एमडी ऑफ यूनानी), डॉ गुलाम रबानी (मेडिकल ऑफिसर ऑफ सीएससी कर्रा) ट्रायल में शामिल हैं.
इसे भी पढ़ें :लापरवाहीः मनरेगा योजनाओं का निरीक्षण नहीं कर रहे अधिकारी, राज्य में एक फीसदी भी नहीं हुआ है इंस्पेक्शन
पहले ट्रायल के दौरान मरीज जल्दी रिकवर हुए थे
आपको बता दें कि पहले ट्रायल के दौरान युनानी दवाई का किसी भी मरीज में किसी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला था.
बल्कि एलोपैथिक दवाओं के साथ यूनानी दवाओं के उपयोग से संक्रमित मरीज पहले की अपेक्षा जल्दी रिकवर हुए. पहले जहां मरीजों की नेगेटिव रिपोर्ट 14-15 दिनों के बाद आया करती थी, वे लोग 8-10 दिनों में ही रिकवर होने लगे.
इसे भी पढ़ें:ट्रिपल आइटी का भवन बनने का रास्ता साफ, नये वर्ष में शुरू होगा निर्माण