
Chakradharpur : चक्रधरपुर के भारत भवन के पास हिंदूवादी नेता कमलदेव गिरि की बम मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने अब तक हत्या के मुख्य साजिशकर्ता समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया है. इधर, दिवंगत कमलदेव गिरि के परिजनों ने गिरफ्तारी को लेकर नाराजगी जताते हुए कहा कि पुलिस कुछ एक लोगों को गिरफ्तार कर सफेदपोश को बचा रही है. परिजनों ने इसके लिए सीबीआई जांच की मांग की है. शुक्रवार को श्याम नारायण शौण्डिक धर्मशाला परिसर में परिजनों ने एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. इस दौरान दिवंगत कमल देवगिरी के बड़े भाई उमाशंकर गिरि, फूलनदेव गिरि और बहन पूजा गिरि ने कहा कि 2 साल पहले भी कमलदेव को जान से मारने को धमकी मिली थी वहीं हत्या के 15 दिन पहले भी जान से मारने की धमकी मिली थी और इसकी लिखित शिकायत पुलिस प्रशासन को दी गई थी. लेकिन पुलिस द्वारा कोई करवाई नहीं की गई जिस कारण कमलदेव की दिनदहाड़े एक साजिश के तहत हत्या कर दी गई और हत्या को आपसी रंजिश बताया जा रहा है. यह चक्रधरपुर के जनता भी जानती है कि यह आपसी रंजिश नहीं है, बल्कि एक साजिश के तहत उसकी हत्या की गई है जिसमें कई लोग शामिल है. इसकी सीबीआई जांच की जाए. इसके लिए झारखंड के जनता जगह-जगह हस्ताक्षर अभियान भी चला रही है. परिजनों ने कहा कि उन्हे मुआवजा या नौकरी नहीं चाहिए, बस जो अपराधी कमल देव हत्याकांड में गिरफ्तार हुए हैं उसकी नार्को और पॉलो ग्राफी टेस्ट करा कर आम जनता के सामने लाया जाएगा तो सच्चाई सामने आ जाएगा. परिवार के सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया कि जिस अपराधी को गिरफ्तार किया गया उसका चेहरा जनता के सामने नहीं लाया गया जबकि पिछले दिनों पूर्व विधायक गुरुचरण नायक हमला का आरोपी नक्सली को खुलेआम पुलिस चेहरा दिखा रही है. शनिवार से परिवार के सदस्य सीबीआई जांच के लिए आमरण अनशन करेंगे. इससे पहले शुक्रवार शाम को एक मोमबत्ती जुलूस निकालकर लोगों को समर्थन देने का आह्वान करेंगे.
