
Ranchi: मनरेगा घोटाला मामले के आरोपी विशाल चौधरी सोमवार को ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस को लेकर विशाल चौधरी की तरफ से ना ही कोई जानकारी ईडी को दी गई. विशाल चौधरी व उनकी पत्नी को दिल्ली एयरपोर्ट पर बीते गुरुवार को सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा था. सूचना पर पहुंची ईडी के अधिकारियों ने विशाल के हाथ में समन देकर 28 नवंबर को रांची स्थित कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश देकर छोड़ दिया था. पूर्व में प्रारंभिक पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था. दुबारा पूछताछ के लिए उसे फिर से समन भेजा गया था. लेकिन वह हाजिर नहीं हुआ. ईडी विशाल चौधरी की तलाश में जुटी थी. बार बार समन जारी करने के बावजूद हाजिर नहीं होने की वजह विशाल चौधरी के विदेश भागने की आशंका हुई तो ईडी ने उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया था. विशाल चौधरी को झारखंड के ब्यूरोक्रेट्स का सबसे भरोसेमंद कैंडिडेट्स कहा जाता है. छोटे से लेकर बड़े पदाधिकारी तक हर जगह उसकी अपनी धमक है. इसकी पहुंच का अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि अधिकारियों के ट्रांसफर-पोस्टिंग में इसकी पसंद का ख्याल रखा जाता है.

24 मई को विशाल चौधरी के आवास पर हुई थी छापेमारी
अरगोड़ा थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड नंबर- 6 निवासी विशाल चौधरी के के ठिकाने पर 24 मई को ईडी ने छापेमारी की थी. छापेमारी के दौरान ईडी को कूड़ेदान से उसका आई फोन और कई अहम कागजात भी मिले थे. इसमें राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों का डिटेल थे. विशाल चौधरी मूल रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला है. रांची में फ्रंटलाइन ग्लोबल जैसी कई कंपनियां बनाकर इसने झारखंड में सरकारी टेंडर हासिल किया. स्किल इंडिया के कई प्रोजेक्ट पर भी यह काम कर रहा है. अशोक नगर इलाके के रोड नंबर 6 स्थित विशाल का घर देखने में सामान्य सा लगता है, लेकिन आसपास के लोगों की माने तो यहां रातें रंगीन हुआ करती थी. प्रदेश के कई नौकरशाह यहां हाजिरी लगाते थे. विशाल विदेश में घूमने और महंगी गाड़ियों का भी शौकीन बताया जाता था. विदेश घूमने के शौकिन विशाल चौधरी पिछले दो वर्षों में तुर्की, श्रीलंका, स्विट्जरलैंड, इंडोनेशिया, यूएई समेत कई देशों का भ्रमण किया था.
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