
Jamshedpur : झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में हुए टॉफी, टी-शर्ट, गीत-संगीत, साज , सज्जा घोटाला के मामले में एसीबी ने जमशेदपुर में भी जांच शुरु कर दी है. इसको लेकर एसीबी की तीन सदस्यीय टीम ने गुरुवार को सिदगोड़ा मेन रोड स्थित लल्ला इटरप्राइजेज के मालिक कमलेश अग्रवाल से पूछताछ की है. इसके अलावा एसीबी की टीम ने सुनिधि चौहान के प्रोग्राम के मामले में भी सिदगोड़ा सूर्य मंदिर कमिटी के जुड़े एक शख्स से भी पूछताछ की है. शख्स ने टीम को बताया है कि उसने बैंक अकाउंट से जुड़ी सारी जानकारी टीम को उपलब्ध करवा दी है. कमलेश ने ही साल 2016 और 2017 में झारखंड स्थापना दिवस में चॉकलेट की सप्लाई की थी.
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पूछताछ में कमलेश अग्रवाल टीम को बताया कि जुगसलाई के मां लक्ष्मी भंडार से उसने चॉकलेट लिया था और जमशेदपुर के ही एक प्रेस से उसका रैपर छपवाया था. उसने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के विधायक प्रतिनधि पवन अग्रवाल के माध्यम से यह आर्डर मिलने की बात कही है. हालांकि, एसीबी की टीम अचानक दोपहर बाद वापस रांची चली गई. जानकारी के अनुसार रांची में किसी जरूरी काम की वजह से टीम को वापस बुला लिया गया. टीम दोबारा जांच करने वापस लौटेगी. झारखंड में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच एसीबी की कार्रवाई को झारखंड मुक्ति मोर्चा के उस बयान से जोड़कर देखा जा रहा है जिसमें उसने कहा था कि रघुवर दास के कार्यकाल में हुए घोटालों की जांच सरकार करा रही है.
बता दें कि गुरुवार को रघुवर दास ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन पर सीएनटी की जमीन हड़पने का आरोप लगाया था. दास इसके पहले भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके भाई बसंत सोरेन के खिलाफ स्टोन माइन्स लेने का आरोप लगा चुके हैं जिस पर चुनाव आयोग ने हेमंत और बसंत सोरेन को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. गौरतलब है कि विधायक सरयू राय ने रघुवर दास के समय हुए टॉफी टी शर्ट का घोटाला प्रमुखता से उठाया है. यह मामला विधानसभा में भी उठा था जिसके बाद विधानसभा की एक जांच समिति ने इस मामले की जांच की थी और इस में अनियमितता होने की बात आई थी. इसके बाद मुख्यमंत्री ने इस मामले को एसीबी को सौंप दिया था.