
Ranchi : मानव तस्करी की शिकार चाईबासा की एक बच्ची को मंगलवार को ऑपरेशन खुशी के तहत दिल्ली से रेस्क्यू किया गया. यह बच्ची पिछले एक साल से दिल्ली में रह रही थी. उसे अजय लाल नाम के व्यक्ति के घर से मुक्त कराया गया. बच्ची के रेस्क्यू के लिए एकीकृत पुनर्वास संसाधन केंद्र एवं कीर्ति नगर थाने की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी की थी.
40000 रुपये में बेची गयी थी बच्ची
गौरतलब है कि सुभाष नामक मानव तस्कर ने बच्ची को 11 महीने पूर्व अजय लाल के यहां काम में लगाया था. काम दिलाते समय सुभाष ने 40,000 रूपये एकमुश्त लिया था. इसके अलावा बच्ची के मानदेय के रूप में 5000 प्रत्येक माह लिया जाता था.
बच्ची ने रेस्क्यू टीम को बताया कि एक साल पहले सुभाष नाम के व्यक्ति और उसकी पत्नी उसे और उसकी छोटी बहन को दिल्ली काम दिलाने के नाम पर लेकर आये थे. इसके बाद सुभाष ने दोनों बहनों को अलग-अलग स्थानों पर 40-40 हजार रुपये में बेच दिया था.


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आरोपी की हो रही तलाश
बच्ची ने बताया कि 11 महीना से दोनों बहनें एक साथ नहीं मिली हैं. फिलहाल बड़ी बहन को मुक्त कराया गया है. छोटी बहन के बारे में कोई भी सूचना नहीं है. बेचने वाले व्यक्ति सुभाष की खोजबीन की जा रही है.
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जानकारी मिली है कि सुभाष दिल्ली स्थित बाबा मोहन राय कॉलोनी मुकुंद विहार में हरि ओम इंटरप्राइजेज नाम से प्लेसमेंट एजेंसी का संचालन करता है. इस एजेंसी के माध्यम से झारखंड की बालिकाओं को दिल्ली लाकर बेचने का कार्य किया जा रहा है. पूर्व में भी सुभाष पर मानव तस्करी के आरोप में कार्रवाई की गयी थी उसे जेल भी भेजा गया था.
रेस्क्यू की गयी बच्ची की चिकित्सा जांच करवायी जा रही है. इसके बाद उसे बाल कल्याण समिति के पास प्रस्तुत किया जाएगा. जल्दी ही उसे झारखंड भेजने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.
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