
- 15 मोबाइल फोन, 21 सिम कार्ड और दो बाइक बरामद
Deoghar : शुक्रवार को जिले के अलग-अलग इलाकों से पुलिस ने साइबर अपराध के कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार आरोपियों में सारठ थाना क्षेत्र के पथरड्डा ओपी अंतर्गत गोबरशाला निवासी किशोर दास, कुंदन कुमार दास, राजेंद्र दास, महेश महरा, परशुराम दास, रंजीत महरा, पंकज कुमार दास, मुकुंद दास, रंगामटिया गांव निवासी चंदन कुमार दास, कुंदन कुमार दास, दिवाकर कुमार दास और सोनारायठाढ़ी थाना क्षेत्र के बिंझापिपरा गांव निवासी सुधीर कुमार दास शामिल हैं. इनके पास से पुलिस ने 15 मोबाइल फोन, 21 सिम कार्ड और दो मोटरसाइकिल भी बरामद किये हैं.
एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने प्रेसवार्ता कर बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि उपरोक्त गांव के कुछ युवा लोगों को फर्जी बैंक अधिकारी बनकर और अन्य कई तरीकों से आम सहायता पहुंचाने के नाम पर उनसे उनके बैंक खाते से संबंधित जानकारी हासिल कर उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं.


सूचना मिलने के बाद प्रशिक्षु आईपीएस कपिल चौधरी (थाना प्रभारी सारठ) के नेतृत्व में छापामारी टीम का गठन किया गया. टीम द्वारा अन्य पुलिस बलों के सहयोग से सारठ थाना क्षेत्र के पथरड्डा ओपी अंतर्गत गोबरशाला व रंगामटिया गांव में छापामारी कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.


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लोगों को ऐसे बनाते थे अपना शिकार
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार सभी आरोपी बड़ी ही शातिर तरीके से लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे. पहले तो वे लोगों से ठगी करते ही हैं, लेकिन एक बार ठगी के शिकार हुए लोगों को ही उन्हें पैसे रिफंड करने की बात कह दोबारा ठगी का शिकार बनाते थे.
गिरफ्तार सभी आरोपी यूपीआई वॉलेट से ठगी के शिकार हो चुके लोगों को पुनः उनके खाते में रिफंड करने के नाम पर पीड़ित के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के साथ एट द रेट के साथ अन्य वर्ड ऐड कर नये वर्चुअल प्राइवेट अकाउंट क्रिएट करते हैं.
बाद में उसे एक फर्जी अकाउंट के साथ लिंक कर लेते हैं और पीड़ित को पेटीएम वॉलेट फोन-पे, भीम यूपीआई में टू कनेक्ट में जाकर यूपीआई पिन को लॉगइन करने को बोलते हैं और उनसे दोबारा ठगी कर लेते हैं.
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गिरफ्तार आरोपियों में से कई हैं सगे भाई
गिरफ्तार आरोपियों में से कई आरोपी सगे भाई हैं. सारठ थाना क्षेत्र के पथरड्डा ओपी अंतर्गत गोबरशाला निवासी राजेंद्र दास, महेश महरा व परशुराम दास सगे भाई हैं.
जबकि, रंगामटिया निवासी चंदन कुमार दास व कुंदन कुमार दास भी सगे भाई हैं. पुलिस के मुताबिक, सभी आरोपी साथ में मिलकर साइबर अपराध की घटना को अंजाम देते थे.
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