
PALAMU: बिहार में संचालित एक अपहरण गिरोह के सात सदस्यों की गिरफ्तारी पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र से की गई. अपहर्ताओं का यह गैंग बिहार के टंडवा थाना क्षेत्र के काला पहाड़ गांव के सिमरी टोला में रहने वाले व्यवसाई शैलेन्द्र चन्द्रवंशी को अपहरण कर हत्या करने की नियत से छतरपुर के देवगन डैम शनिवार की दोपहर लेकर आए थे. यह इलाका बिहार बॉर्डर से 25 किलोमीटर दूर है. सभी अपहरणकर्ता व्यवसाई को लेकर देवगन डैम की ओर जा रहे थे. इसी बीच ग्रामीणों की तत्परता से व्यवसाई को सकुशल मुक्त कराया गया, वही 8 में से 7 अपराधियों को गिरफ्तार करवाया गया. गिरफ्तार अपराधियों से पुलिस पूरे मामले में पूछताछ कर रही है.

छतरपुर के एसडीपीओ अजय कुमार ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि अपहरणकर्ता बिहार के एक व्यवसाई को अगवा कर छतरपुर थाना क्षेत्र में लाए थे और उनकी मंशा हत्या करने की थी. इसके पहले ही ग्रामीणों की सूचना पर 7 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. घटना का कारण पैसों का लेनदेन सामने आ रहा है.






जानकारी के अनुसार दो कार और दो बाइक पर सवार होकर दर्जन भर अपहर्ता देवगन डैम पहुंचे थे. वेशभूषा से बाहरी होने और इनकी गतिविधियां संदिग्ध मालूम पड़ने पर डैम के पास मौजूद चरवाहों और मछुवारों ने ग्रामीणों को इस संबंध में जानकारी दी, जिसके बाद सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण वहां जुट गए और इनसे पूछताछ शुरू कर दी. ग्रामीणों को आते देख एक कार पर सवार होकर एक अपराधी भागने में सफल रहा. वहीं बाकी बचे अपराधियों का ग्रामीणों ने हाथ बांध दिया और पूछताछ शुरू किया, जिसमें शैलेन्द्र चन्द्रवंशी से सात लाख रुपये मांगे जाने की बात सामने आई.
ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए दीनादाग पंचायत की मुखिया अनिता देवी के पति रामराज पासवान ने मामले की जानकारी देने के लिए छतरपुर थाना प्रभारी को फोन लगाया. रामराज ने बताया कि पांच बार फोन करने के बाद भी थाना प्रभारी ने फोन नहीं उठाया. वही एसडीपीओ को भी फोन करने पर फोन नहीं उठाया गया. फिर एसपी तक मामले की सूचना दी. मामले पर एसपी के संज्ञान लेने के बाद छतरपुर पुलिस की टीम देवगन डैम के पास पहुंची और सात अपहरणकर्ताओं को छतरपुर थाना लेकर आई. जिनसे पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार अपराधियों में चार बिहार के और तीन पलामू के पीपरा इलाके के रहने वाले हैं.