
Ranchi : रांची के डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने दस गुणा चौदह इंच या उससे अधिक और 60 माइक्रोन के उपर के नॉन वोवन बैग को आम लोगों के उपयोग में रखने की वकालत की है. इसके लिए उन्होंने नगर विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखा है. पत्र में उन्होंने कहा है कि झारखंड को प्लास्टिक मुक्त करने की सरकार की पहल सराहनीय हैं, परन्तु पूरी तरह प्लास्टिक बैन हो जाने और इसका दूसरा सशक्त विकल्प नहीं रहने के कारण आम जनता और व्यापारियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में प्रशासन के पास एक विकल्प हो सकता है कि वैसे नॉन वोवन बैग जिसका साइज 10 गुणा 14 इंच या उससे अधिक एवं 60 माइक्रोन से अधिक हो, उसकी अनुमति दी जाए. उससे आम जनता की परेशानी कम हो जायेगी. 60 माइक्रोन या उससे उपर का प्लास्टिक बैग मोटा होने के कारण उसका उपयोग बार-बार किया जाता है. इससे ऐसे प्लास्टिक के उपयोग की संभावना बनी रहती है. इससे प्रदूषण का भी खतरा कम रहता है.
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प्रतिबंधित है प्लास्टिक का उपयोग


बीते वर्ष सितम्बर में झारखंड सरकार ने राज्य में प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया था. तब मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा था कि प्रतिबंध लागू होने तक राज्य में 18 गुना 12 से कम आकार तथा 50 माइक्रोन से कम मोटाई के प्लास्टिक कैरी बैग पर प्रतिबंध था. लेकिन अब किसी भी तरह के प्लास्टिक के उपयोग करने पर उसपर कानूनी कार्रवाई की जायेगी.


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निगम ने चला रखा है अभियान
प्लास्टिक बैन के आदेश के पालन करवाने के लिए हाल के दिनों में रांची नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम लगातार शहर के कई प्रतिष्ठानों में छापामारी कर नॉन वोवन प्लास्टिक जब्त कर रही है. साथ ही प्रतिष्ठानों से एक बड़ी राशि जुर्माने के रुप में वसूली गयी है. इससे शहर के व्यवसायियों में नाराजगी है. झारखंड चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने भी इस मामले में नगर आयुक्त को प्लास्टिक का एक बेहतर विकल्प बताने की वकालत की है.
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