
Koderma: जिले में गुरुवार को कोरोना संक्रमित के 3 मामले सामने आए. यह राहत वाली खबर है, पर चिंता की बात यह है कि जिले से आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजी गई 5748 लोगों की रिपोर्ट अबतक पेंडिंग है. ऐसे में कोरोना का खतरा और भी बढ़ गया है. मिली जानकारी के अनुसार कोडरमा जिले से आरटीपीसीआर जांच को लेकर 10 जनवरी को 1453, 11 को 2108 व 13 जनवरी को 2187 लोगों का सैंपल लिया गया, पर इनका रिजल्ट अबतक नहीं आया है. जाहिर है इनमें कई कोरोना मरीज भी होंगे जो अभी दूसरों को भी संक्रमित कर रहे होंगे. दरअसल जिले से पहले कोरोना की आरटीपीसीआर जांच को लेकर सैंपल मेडिकल कॉलेज हजारीबाग भेजा जा रहा था, पर नये निर्देश के बाद गत दिनों से सैंपल जांच के लिए दिल्ली या हैदराबाद भेजे जाने है. जिस एजेंसी को काम मिला है उसका लैब इन दो शहरों में ही है. विभाग सैंपल कलेक्ट कर रांची भेज रहा है, जिसके बाद जांच के लिए सैंपल दिल्ली भेजे जाने की सूचना है, पर चार दिनों से जांच रिपोर्ट नहीं आ रही है.
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दिसंबर की अबतक रिपोर्ट नहीं


इधर ओमिक्रोन वैरिएंट की जांच को लेकर भेजे गये सैंपल का भी नतीजा नहीं मिला है. दिसंबर माह में भेजे गये सैंपल की रिपोर्ट अबतक अप्राप्त है. दिसंबर और जनवरी में अब तक विभाग ने 24 सैंपल इस वैरिएंट का पता लगाने के लिए भेजा है, पर रिपोर्ट पेंडिंग ही है.




1145 किशोरों को लगी वैक्सीन
जिले में 15 से ऊपर आयु वालों के लिए चल रहे टीकाकरण अभियान के तहत गुरुवार को विभिन्न सेशन साइट पर 1145 किशोरों, युवाओं को कोविड का टीका दिया गया. आंकड़ों के मुताबिक, 15 से 18 वर्ष आयु वाले बच्चों को कोरोनारोधी टीका देने के लिए दस उच्च विधालयों के अलावा सदर अस्पताल, सीएचसी व इसके अंतर्गत आने वाले विभिन्न पंचायतों में भी सेशन साइट बनाए गए. सदर अस्पताल में 74, जयनगर में 228, चंदवारा में 67, डोमचांच में 139, कोडरमा में 393, मरकच्चो में 141 व सतगावां में 103 किशोरों को कोवैक्सिन का पहला डोज दिया गया.
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