
Jamshedpur : गुरुद्वारा साहिब जी टाऊन बिष्टुपुर में श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 417 साला पहले प्रकाश पर्व सिक्ख स्त्री सहायक सत्संग सभा द्वारा श्रद्धा एवं धूमधाम से मनाया गया। रागी जत्था भाई रामप्रीत सिंह ने शब्द कीर्तन द्वारा संगत को निहाल किया। प्रचारक विक्रम सिंह ने कथा द्वारा बताया कि गुरु अर्जन देव जी ने 1604 ईस्वी को आदि ग्रंथ का पहला प्रकाश दरबार साहिब अमृतसर में किया जिसमें पहले ग्रंथी बाबा बुड्ढा जी को नियुक्त किया । इस अवसर पर तख्त श्री हरमंदिर जी पटना साहिब के जत्थेदार द्वारा नियुक्त 5 सदस्यीय समिति के सरदार शैलेंद्र सिंह, सरदार भगवान सिंह, सरदार हरविंदर सिंह मंटू, सरदार सुरजीत सिंह खुशीपुर, मानगो गुरुद्वारा के महासचिव सरदार जसवंत सिंह जस्सू एवं सेंट्रल सिक्ख स्त्री की चैयरमेन बीबी कमलजीत कौर को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया ।
जिम्मेवारी का निर्वहन करेंगेः शैलेंद्र सिंह
झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि जत्थेदार द्वारा जो जिम्मेवारी सौंपी गई हैं अपने सदस्यों के साथ मिलकर पंथ की एकता के लिए वह पूरा करूंगा । किस प्रकार बिष्टुपुर गुरुद्वारा की स्त्री सत्संग सभा के दोनों गुटों में एकता कराई गई और मिलाकर एक बहुत ही बढ़िया कमेटी बनाई गई जो पूरे जमशेदपुर के गुरुद्वारों के लिए एक मिसाल है। ऐसी प्रक्रिया सभी गुरुद्वारों को अपनानी चाहिए ताकि गुरु घर की सेवा हो सके। इसमें सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की बीवी कमलजीत कौर का बहुत बड़ा योगदान रहा।


वस्त्र देकर किया सम्मानित
सिक्ख स्त्री सहायक सत्संग सभा द्वारा बिष्टुपुर गुरुद्वारा के सभी सेवादारों को वस्त्र देकर सम्मानित किया गया । इस कार्यक्रम को सफल बनाने में परमिंदर कौर भंवरा, कुलवंत कौर, कुलदीप कौर भंवरा, रणजीत कौर, अरविंदर कौर ,सिमरन कौर, मनजीत कौर , सुखवंत कौर, रूपिंदर कौर रमिंदर कौर एवं गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बिष्टुपुर का योगदान रहा।



