
Ranchi : कोरोना महामारी के भीषण दौर में डॉक्टर्स दिन-रात मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं. उन्हें मरीजों का इलाज करने के साथ-साथ कई बार परिजनों की नाराजगी का सामना भी करना पड़ रहा है. राज्य सरकार डॉक्टर्स को कोरोना फ्रंट वारियर भी मानती है. पर राज्य के सरकारी अस्पतालों में पदस्थापित डॉक्टर्स को मरीजों के इलाज से साथ-साथ वेतन की चिंता भी सता रही है.
दरअसल राज्य के विभिन्न अस्पतालों में नव नियुक्त मेडिकल ऑफिसर्स बीते पांच महीने से वेतन की बाट जोह रहे हैं. जनवरी में हुई नियुक्ति के बाद से मई माह हो जाने के बाद भी इन मेडिकल ऑफिसर्स को अब तक वेतन नहीं मिला है. बिना वेतन लिए ये मेडिकल ऑफिसर्स दिन रात मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं.
पांच महीने से वेतन का इंतजार करने के बाद राज्य के अस्पतालों में नियुक्त 380 मेडिकल ऑफिसर्स अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर वेतन न मिलने की बात से अवगत कराया है.


मेडिकल ऑफिसर्स की ओर से भेजे गये पत्र में कहा गया है कि 380 मेडिकल ऑफिसर्स की नियुक्ति 29 दिसंबर 2020 को हुई. हमने जनवरी से काम शुरू किया है. डॉक्टर्स ने कहा है कि काम शुरू करने के बाद से अब तक हमें वेतन नहीं मिला है. हमने संबंधित विभाग से बात की पर कोरोना का हवाला देकर बात को टाल दिया गया.




डॉक्टर्स ने यह भी लिखा है कि नवनियुक्त मेडिकल ऑफिसर्स में से कई रिम्स में भी काम कर चुके हैं. पर वहां भी जो काम किया उसका दिसंबर महीने का वेतन नहीं मिला. डॉक्टर्स ने सीएम से वेतन जारी करने का अनुरोध किया है.