
Jamshedpur : जमशेदपुर के टाटा स्टील परिसर में 28 साल पुरानी चिमनी को आखिरकार ध्वस्त कर दिया गया. रविवार सुबह लगभग 11 बजे इस काम को शुरू किया गया और मात्र 11 सेकेंड में पूरे चिमनी को ध्वस्त कर दिया गया. जानकारी देते हुए कंपनी को अधिकारियों ने बताया कि यह चिमनी पर्यावरण के लिए हानिकारक साबित हो रही थी. यह नियमों के अनुकूल नहीं थी. कंपनियों के लिए चिमनी के लिए अलग नियम होते है जिसके तहत चिमनी से निकलने वाले धुएं को फिल्टर कर पर्यावरण में छोड़ा जाता है. इस चिमनी से निकलने वाला धुंआ पर्यावरण के लिए हानिकारक हो गया था जिस कारण इसे ध्वस्त करने का निर्णय लिया गया. यह चिमनी 110 मीटर ऊंची थी. इसे ध्वस्त करने की कवायद एक साल से चल रही थी.
इसके लिए साउथ अफ्रीका की कंपनी जेट डिमोलिशन कंपनी को लगाया गया था. कंपनी ने चिमनी का मुआयना किया और फिर विस्फोटक का इस्तेमाल कर वैज्ञानिक तरीके से चिमनी को ध्वस्त कर दिया गया. ध्वस्त होने के बाद कंपनी ने एक प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी दी. टाटा स्टील के अधिकारियों ने बताया कि अब उस जगह नई चिमनी का निर्माण कार्य शुरू किया जायेगा. प्रेस वार्ता में टाटा स्टील के अधिकारी चाणकय चौधरी, अवनीस गुप्ता, एडिफाइस इंजीनियरिंग कम्पनी के उत्कर्ष मेहता, जेट डेमोलीशन कम्पनी के जोई ब्रिनमनन मौजूद थे.